अंडमान और निकोबार के पूर्व मुख्य सचिव जितेंद्र नारायण और श्रम आयुक्त आरएल ऋषि के खिलाफ लगे सामूहिक बलात्कार के आरोपों के मामले में जांच कर रही एसआईटी को हैरान करने वाली जानकारी मिली है। द इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक, एसआईटी को जांच में पता चला है कि पूर्व मुख्य सचिव जितेंद्र नारायण के पोर्ट ब्लेयर स्थित सरकारी आवास पर 20 से ज्यादा महिलाओं को लाया गया था। इनमें से कुछ महिलाओं ने आरोप लगाया है कि नौकरी देने का लालच देकर उनका यौन शोषण किया गया।
अंडमान: पूर्व मुख्य सचिव के सरकारी आवास पर चल रहा था जॉब फॉर सेक्स रैकेट!
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- 15 Nov, 2022
जितेंद्र नारायण 1990 बैच के आईएएस अफसर हैं और इस साल जुलाई तक वह अंडमान और निकोबार में मुख्य सचिव के पद पर तैनात थे। एसआईटी को उनके खिलाफ लगे आरोपों के मामले में क्या और जानकारी मिली है?

एसआईटी को इस मामले में कुछ अहम सुबूत मिले हैं और उसने कई गवाहों के बयान भी दर्ज किए हैं। हैरानी की बात यह भी है कि अंडमान और निकोबार में जितेंद्र नारायण का कार्यकाल एक साल का ही रहा था।
जितेंद्र नारायण 1990 बैच के आईएएस अफसर हैं और इस साल जुलाई तक वह अंडमान और निकोबार में मुख्य सचिव के पद पर तैनात थे। नारायण वर्तमान में दिल्ली वित्तीय निगम के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक हैं।