कोरोना महामारी और लॉकडाउन की वजह से तबाह भारतीय अर्थव्यवस्था के बहुत जल्द सुधरने ही नहीं, बल्कि तेज़ रफ़्तार से आगे बढ़ने की संभावना है। अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ़) ने संभावना जताई है कि भारतीय अर्थव्यवस्था वित्तीय वर्ष 2021-22 में 11.5 प्रतिशत की वृद्धि दर दर्ज कर सकती है।