महाराष्ट्र में मुसलमानों की जनसंख्या 12 प्रतिशत है, लेकिन कोरोना संक्रमण के कारण होने वाली मौतों में उनकी हिस्सेदारी 44 प्रतिशत है। यानी, मुसलमानों की जो आबादी है, उस अनुपात से लगभग तीन गुणा अधिक लोगों की मौत हो चुकी है।