मध्य प्रदेश में एमबीबीएस के छात्रों को राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के संस्थापक डॉ. केशव बलिराम हेडगेवार, जनसंघ के संस्थापक पंडित दीनदयाल उपाध्याय के विचार पढ़ाए जाएँगे। भावी डॉक्टरों को क्या इसकी ज़रूरत है?
सरकार की नीतियों की आलोचनात्मक रिपोर्टें छापने वाले दैनिक भास्कर और भारत समाचार पर आयकर छापे को विपक्षी दलों के नेताओं ने डराने के प्रयास क़रार दिया है। कांग्रेस नेता कमल नाथ और आप नेता अरविंद केजरीवाल ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है।
पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने दावा किया है कि कोरोना की दूसरी लहर में मार्च और अप्रैल महीनों में मध्य प्रदेश में कोरोना से 1 लाख से ज़्यादा लोग मारे गये हैं, लेकिन सरकार आँकड़े छिपा रही है।
मध्य प्रदेश की क़रीब एक लाख आंगनवाड़ियों में पहुँचने वाले मांसाहारी बच्चों को अंडा नहीं परोसा जायेगा। राज्य सरकार इन बच्चों को दूध मुहैया करायेगी।
पूर्व मुख्यमंत्री और मध्य प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष कमलनाथ द्वारा नाथूराम गोडसे समर्थक हिन्दू महासभा के एक पार्षद को कांग्रेस में प्रवेश देने पर बवाल मचा है।
केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड की रिपोर्ट पर चुनाव आयोग ने एमपी सरकार को निर्देश दिया है कि वह शक के घेरे में आए सभी तत्कालीन मंत्रियों और अफ़सरों के ख़िलाफ़ एफ़आईआर दर्ज करे। कमलनाथ की मुश्किल बढ़ेगी।
क्या ज्योतिरादित्य सिंधिया बीजेपी को जीत दिला पाएंगे? देखिए, विश्लेषण वरिष्ठ पत्रकार पवन उप्रेती का धारदार विश्लेषण।
Satya Hindi News Bulletin। सत्य हिंदी समाचार बुलेटिन। कमलनाथ को राहत, सुप्रीम कोर्ट ने चुनाव आयोग को लगाई फटकार ।MP: मतदान से पहले बीजेपी-कांग्रेस कार्यकर्ताओं में झड़प, 9 घायल
मध्य प्रदेश में तीन दिन बाद उपचुनाव है, फिर भी बीजेपी कांग्रेस के विधायक क्यों तोड़ रही है? वह भी तब जब उपचुनाव में 28 में से सिर्फ़ एक सीट भी जीत जाने पर शिवराज सरकार सुरक्षित हो जाएगी। कांग्रेस की आस किससे?
मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी के ट्विटर अकाउंट प्रोफ़ाइल से कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गाँधी और राहुल गाँधी के चेहरे ‘नदारद’ हो गये हैं।अब केवल कमलनाथ ही नज़र आ रहे हैं। ऐसा क्यों?
Satya Hindi News Bulletin। सत्य हिंदी समाचार बुलेटिन।घिरे कमलनाथ, शिवराज ने की सोनिया से की शिकायत।नड्डा : जल्द लागू होगा CAA, कोरोना के कारण हुए देरी
कमलनाथ की टिप्पणी को बीजेपी ने बड़ा सियासी मुद्दा बना लिया है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान समेत बीजेपी के आला नेताओं ने सोमवार को प्रदेश भर में मौन धरने दिये।
मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चिट्ठी लिखी है और कहा है कि कांग्रेस विधायकों को तोड़ने का खेल अभी भी चल रहा है।
मध्य प्रदेश में कोरोना संक्रमण के ख़िलाफ़ लड़ाई चल रही है, लेकिन इस बीच राजनीतिक हलचल तेज़ होने से उपचुनावों की आहट भी साफ़ तौर पर सुनाई देने लगी है।
कमलनाथ ने बहुमत साबित करने के बजाए इस्तीफ़ा दे दिया। अब बीजेपी की सरकार बनना तय है। लेकिन सवाल है कि मुख्यमंत्री कौन बनेगा? शिवराज सिंह के साथ ही नरेंद्र सिंह तोमर और नरोत्तम मिश्रा इसकी दौड़ में शामिल हैं? तो शिवराज के नाम पर सहमति क्यों नहीं? क्या उनका पत्ता काटा जाएगा? देखिए आशुतोष की बात में वरिष्ठ पत्रकार विजय त्रिवेदी के साथ चर्चा।
सुप्रीम कोर्ट के फ्लोर टेस्ट के आदेश और स्पीकर एनपी प्रजापति द्वारा कांग्रेस के 16 बाग़ी विधायकों के इस्तीफ़े मंजूर कर लिए जाने के बाद कमलनाथ सरकार के बच पाने की संभावनाएँ लगभग ख़त्म हो गई हैं। फ्लोर टेस्ट के लिए दो बजे का समय सुनिश्चित किया गया है।
ज्योतिरादित्य सिंधिया के बीजेपी में चले जाने के बाद ‘वेंटीलेटर’ पर आयी कमलनाथ सरकार और कितने वक़्त ‘सर्वाइव’ कर पायेगी, आज दोपहर तक साफ़ हो जाएगा।
मध्य प्रदेश में कांग्रेस के जिन 16 विधायकों से कमलनाथ सरकार ने उम्मीद बांध रखी थी, उन्होंने रविवार सुबह वीडियो बयान जारी करते हुए दो टूक कह दिया है कि उन्होंने ‘इस्तीफ़े स्वेच्छा से दिए हैं।’
मध्य प्रदेश की कमलनाथ सरकार को गिराने और बचाने का ‘खेल’ तेज़ हो गया है। कांग्रेस और उसकी सरकार का समर्थन कर रहे दलों के लगभग 10 विधायकों को बीजेपी द्वारा गुड़गांव के एक होटल में बंधक बनाये जाने के आरोप लगे हैं। क्या होगा अब कमलनाथ सरकार का? बचेगी या जाएगी? देखिए वरिष्ठ पत्रकार मुकेश कुमार की चर्चा।
छह महीने पहले राज्य विधानसभा के चुनावों में मध्य प्रदेश में सरकार बनाने वाली कांग्रेस की नैया देशव्यापी ‘मोदी लहर’ और ‘मोदी सुनामी’ के बीच हुए लोकसभा चुनाव में पूरी तरह से डूब गई।
कमलनाथ के नज़दीकियों के यहाँ आईटी छापे मारे जाने के बाद अब राज्य सरकार ने शिवराज सरकार में हुए ई-टेंडर घोटाले पर कार्रवाई शुरू कर दी है। यह मामला शिवराज सरकार के बहुचर्चित तीन हजार करोड़ के ई-टेंडर घोटाले से जुड़ा है।
कमलनाथ के क़रीबियों के यहाँ की गई छापेमारी ने हाई प्रोफ़ाइल ड्रामे का रूप ले लिया और भोपाल में दो महीने पहले पश्चिम बंगाल में हुए टकराव जैसे हालात बन गए।
इनकम टैक्स ने मुख्यमंत्री कमलनाथ के ओएसडी और सलाहकार के भोपाल, इंदौर और दिल्ली स्थित ठिकानों पर रविवार तड़के रेड मारी है। मुख्यमंत्री के ओएसडी प्रवीण कक्कड़ के ठिकानों से करोड़ों रुपये बरामद होने की सूचना है।