किसका पलड़ा भारी- मोदी की गारंटी या राहुल के न्याय पत्र का?
क्या राम मंदिर पर संविधान में बदलाव की आशंका भारी पड़ेगी या विकसित भारत, समान नागरिक संहिता का वादा और हिंदुत्व के नारे अपना असर दिखाएंगे? बेरोजगारी, महंगाई, जातिगत जनगणना, अग्निवीर, महिला सुरक्षा जैसे मुद्दे असर दिखाएँगे या नहीं?