कांग्रेस के भविष्य को लेकर इस समय सबसे ज़्यादा चिंता व्याप्त है। यह चिंता बीजेपी भी कर रही है और कांग्रेस के भीतर ही नेताओं का एक समूह भी कर रहा है। दोनों ही चिंताएँ ऊपरी तौर पर भिन्न दिखाई देते हुए भी अपने अंतिम उद्देश्य में एक ही हैं।
Satya Hindi News Bulletin। सत्य हिंदी समाचार बुलेटिन। सोनिया : मौजूदा सरकार पीड़ितों की आवाज़ को दबा रही है।बलिया गोलीकांड: मुख्य आरोपी धीरेन्द्र को 14 दिन की जेल
मंगलवार को होने वाली कांग्रेस संसदीय रणनीतिक बैठक बेहद अहम होगी। इसमें यह साफ़ हो जाएगा कि कांग्रेस नेतृत्व संकट पर उठे सवाल को कैसे ठीक करती है और पार्टी के कथित असंतुष्टों से कैसे निपटती है।
सोनिया गाँधी छत्तीसगढ़ विधानसभा के नए भवन के भूमिपूजन समारोह में कह गईं कि देश में ‘ग़रीब-विरोधी’ और ‘देश-विरोधी’ शक्तियों का बोलबाला बढ़ गया है। ये शक्तियाँ देश में तानाशाही और नफ़रत फैला रही हैं।
पार्टी के अंदरूनी कलह से जूझ रही कांग्रेस की कार्यकारी अध्यक्ष सोनिया गांधी ने किसी का नाम लिए बग़ैर बीजेपी, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनकी सरकार पर तीखा हमला बोला है।
कांग्रेस की कार्यसमिति ने आज तय कर लिया कि सोनिया गाँधी फ़िलहाल अंतरिम अध्यक्ष बनी रहेंगी और अगले छह महीनों में नया अध्यक्ष चुन लिया जाएगा। मगर कार्यसमिति के काम करने के तौर-तरीक़ों ने और ख़ास तौर पर राहुल गाँधी के अंदाज़ ने कुछ नए सवाल खड़े किए हैं। पेश है वरिष्ठ पत्रकार मुकेश कुमार की रिपोर्ट।
क्या कांग्रेस में गाँधी परिवार के ख़िलाफ़ बग़ावत है या फिर राहुल को अध्यक्ष बनाने का ड्रामा! एक चर्चा। आशुतोष के साथ क़मर वहीद नक़वी, आलोक जोशी, विजय त्रिवेदी, विनोद अग्निहोत्री और अशोक वानखेड़े।
Satya Hindi News Bulletin।फिलहाल कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष बनी रहेंगी सोनिया।पूनिया: चिट्ठी अख़बार में प्रकाशित करवाने पर जताई गई चिंता
सोनिया गाँधी और राहुल गाँधी या फिर प्रियंका गाँधी के अध्यक्ष होने में भी किसी दूसरे को क्या परेशानी हो सकती है। लेकिन कांग्रेस को क्या दिक्कत है कि वह इसके बाहर के नेता पर विचार नहीं कर रही है?
मीडिया रिपोर्टों के अनुसार सोनिया गाँधी ने कहा है कि वह अंतरिम अध्यक्ष पद पर नहीं बने रहना चाहती हैं और यह पद छोड़ देंगी। कांग्रेस कार्यकारिणी की सोमवार को बैठक है।
कांग्रेस में गहराते नेतृत्व संकट के बीच 23 वरिष्ठ नेताओं ने सोनिया गाँधी को चिट्ठी लिखी है। क्या कांग्रेस में नेतृत्व संकट को लेकर पार्टी नेताओं के बीच अंदुरुनी क़लह काफ़ी ज़्यादा बढ़ गई है?
क्या है कांग्रेस की असली उलझन ? क्यों नहीं चुनती राहुल को अध्यक्ष ? क्या गांधी परिवार से तीन नेता कांग्रेस की सबसे बडी समस्या? आशुतोष की कांग्रेस विशेषज्ञ राशिद कुरेशी से बातचीत ।Satya Hindi
लद्दाख में चीनी सेना की घुसपैठ के मामले में प्रधानमंत्री मोदी की सर्वदलीय बैठक में जहाँ कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गाँधी के तीखे सवाले रहे वहीं बाक़ी नेताओं का रूख नरम दिखा।
कांग्रेस की कार्यकारी अध्यक्ष सोनिया गाँधी ने चीनी सैनिकों के हाथों भारतीय सैनिकों के मारे जाने के मुद्दे पर नरेंद्र मोदी सरकार को कटघरे में खड़ा किया है।
देश में डीजल और पेट्रोल के लगातार दाम बढ़ने पर कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गाँधी ने प्रधानमंत्री मोदी को निशाने पर लिया है। उन्होंने आरोप लगाया है कि कोरोना महामारी के संकट में जब लोगों की हालत ख़राब है तो सरकार उन लोगों से मुनाफ़ा कमाने में लगी है।
बार-बार हार के बाद भी कांग्रेस की लीडरशिप में बदलाव क्यों नहीं? आख़िर क्यों कांग्रेस नेहरू-गाँधी परिवार का मोह नहीं छोड़ पा रही है? वरिष्ठ पत्रकार विजय त्रिवेदी की ख़ास बातचीत पूर्व सूचना एवं प्रसारण मंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मनीष तिवारी के साथ
कृषि व ग्रामीण विकास मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने मनरेगा के मुद्दे पर कांग्रेस की कार्यकारी अध्यक्ष सोनिया गाँधी पर तीखा हमला बोला है।
सोनिया गाँधी ने कहा कि प्रधानमंत्री मनरेगा को और मजबूत करें और इसमें यह न सोचें कि यह मामला कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी के बीच का है।
रेल कर्मचारी संगठन ऑल इंडिया रेलवे मेन्स फ़ेडरेशन ने कांग्रेस नेता सोनिया गाँधी को चिट्ठी लिख कर कहा है कि वह रेल भाड़ा पर राजनीति न करें।
कोरोना संकट के दौरान परदेस में फँसे और पाई-पाई को मोहताज़ ग़रीब और प्रवासी मज़दूरों के लिए कांग्रेस की ओर से मदद का हाथ बढ़ाने की पेशकश से बीजेपी ख़ेमा सकपका क्यों गया?
सोनिया गाँधी ने मज़दूरों का ट्रेन किराया पार्टी द्वारा देने की घोषणा करके केंद्र सरकार को बेनकाब कर दिया है। सरकार से जवाब देते नहीं बन रहा है और अब वह राज्य सरकारों के सिर पर ठीकरा फोड़ने में लगी हुई है।
सोनिया गाँधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चिट्ठी लिख कर सलाह दी है कि मझोले, लघु व सूक्ष्म क्षेत्र को विशेष आर्थिक सुविधाएँ दी जाएँ।
कांग्रेस-अध्यक्ष सोनिया गाँधी ने 7 अप्रैल को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर पाँच सुझाव दिए थे, उनमें से ज़्यादातर बहुत अच्छे थे। मैंने उनका समर्थन किया था लेकिन कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक में उन्होंने जो कुछ बोला है, वह ठीक नहीं।
सोनिया गाँधी ने कहा है कि बीजेपी कोरोना वायरस महामारी के वक़्त भी सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने और नफ़रत का वायरस फैलाना जारी रखी हुई है।
भड़काऊ बयान देने और कांग्रेस नेता सोनिया गाँधी के ख़िलाफ़ आपत्तिजनक शब्दों का इस्तेमाल करने के लिए रिपब्लिक टीवी चैनल के संस्थापक और मुख्य संपादक अर्णब गोस्वामी के ख़िलाफ़ एफ़आईआर दर्ज कराई गई है।
कांग्रेस नेता सोनिया गाँधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से आग्रह किया है कि सितंबर तक हर ग़रीब व्यक्ति को 10 किलोग्राम खाद्यान्न मुफ़्त दिया जाए।