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मस्क का एक्शन, ट्विटर के सीईओ के पद से पराग अग्रवाल की छुट्टी

टेस्ला कंपनी के सीईओ एलन मस्क ने ट्विटर को खरीदने के तुरंत बाद कंपनी के सीईओ पराग अग्रवाल को उनके पद से हटा दिया है। एलन मस्क ने पराग अग्रवाल के अलावा कुछ अन्य बड़े अफसरों पर भी कार्रवाई की है। खबरों के मुताबिक, हटाए गए अन्य अफसरों में कानूनी और नीतिगत मामलों की प्रमुख विजया गड्डे, मुख्य वित्तीय अधिकारी नेड सेगल का भी नाम शामिल है। 

एलन मस्क ने इन अफसरों पर फेक अकाउंट्स की संख्या को लेकर उन्हें और ट्विटर के निवेशकों को गुमराह करने का आरोप लगाया था। एक दिन पहले ही मस्क ने ट्विटर पर अपने बायो को बदलकर "चीफ ट्विट" कर लिया था। एलन मस्क ने शुक्रवार को ट्वीट कर कहा है कि चिड़िया अब आजाद हो गई है। 

याद दिलाना होगा कि इस साल अप्रैल में यह बात जोर-शोर से सामने आई थी कि एलन मस्क ने सोशल मीडिया कंपनी ट्विटर को खरीद लिया है और यह खरीद 44 अरब डॉलर में हुई है। यह बात भी सामने आई थी कि मस्क ने ट्विटर के सभी 100 फ़ीसदी शेयर खरीद लिए हैं। 
Elon Musk fires Twitter CEO Parag Agarwal - Satya Hindi

लेकिन जुलाई में उन्होंने इस बात का एलान किया था कि अब वह ट्विटर को खरीदे जाने की डील को रद्द कर रहे हैं। इसके पीछे वजह यह बताई गई थी कि ट्विटर फेक अकाउंट्स के बारे में जानकारी देने में फेल रहा है। 

एलन मस्क के वकील ने कहा था कि फेक अकाउंट्स की जानकारी होना बहुत जरूरी है और तभी डील की दिशा में आगे बढ़ा जा सकता है। बहरहाल, इस बार मस्क ने ट्विटर को 44 अरब डॉलर में खरीद लिया है। 

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ट्विटर और एलन मस्क अप्रैल में इस बात के लिए राजी हुए थे कि अगर कोई भी पक्ष डील से पीछे हाथ खींच लेता है तो उसे जुर्माने के रूप में 1 अरब डॉलर देने होंगे। ट्विटर के चेयरमैन ब्रेट टेलर ने कहा था कि कंपनी एलन मस्क के इस डील से पीछे हटने की वजह से उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई कर सकती है। लेकिन अदालतों में कानूनी कार्रवाई शुरू होने से पहले ही मस्क ने ट्विटर को खरीदने की डील फाइनल कर दी। 

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कौन हैं पराग अग्रवाल?

पराग आईआईटी मुंबई से कंप्यूटर साइंस में इंजीनयरिेंग करने के बाद 2005 में अमेरिका चले गए थे। उन्होंने स्टैनफोर्ड विश्वविद्यालय से पीएचडी की थी। पराग माइक्रोसॉफ़्ट और याहू में काम करने के बाद 2011 में ट्विटर से जुड़ गए थे। उन्हें 2017 में ट्विटर का चीफ़ टेक्नोलॉजी अफसर बनाया गया था। नवंबर, 2021 में वह ट्विटर के सीईओ बने थे। 

पराग से पहले कई भारतीय नामी विदेशी कंपनियों में ऊंचे ओहदों पर नियुक्त हो चुके हैं। इनमें आईबीएम में अरविंद कृष्णा, गूगल में सुंदर पिचाई और माइक्रोसॉफ्ट में सत्या नाडेला का नाम शामिल है। 

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क़मर वहीद नक़वी
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