नीरेंद्र नागर सत्यहिंदी.कॉम के पूर्व संपादक हैं। इससे पहले वे नवभारतटाइम्स.कॉम में संपादक और आज तक टीवी चैनल में सीनियर प्रड्यूसर रह चुके हैं। 35 साल से पत्रकारिता के पेशे से जुड़े नीरेंद्र लेखन को इसका ज़रूरी हिस्सा मानते हैं। वे देश, समाज और समूह की तानाशाही के खिलाफ हैं। यहाँ आप ऐसे ही विषयों पर लेख पाएँगे।
मालेगाँव पार्ट 8 - प्रज्ञा-पुरोहित : ‘अब होगा न्याय’ या ‘फिर एक बार, इंसाफ़ की हार’?
- • देश • 5 Jan, 2021
मालेगाँव पार्ट 7- प्रज्ञा के सच ‘उगलने’ से ‘टेंशन’ में थे पुरोहित
- • देश • 5 Jan, 2021
मालेगाँव पार्ट-6: कोर्ट ने पूछा, पुरोहित निर्दोष तो डर क्यों रहे थे?
- • देश • 5 Jan, 2021
मालेगाँव पार्ट- 5 : पिछले दो धमाकों में मेरा हाथ था : पुरोहित
- • देश • 5 Jan, 2021
मालेगाँव पार्ट-4: पुरोहित की चिट्ठी, धमाके में इंद्रेश का भी हाथ
- • देश • 5 Jan, 2021
मोहन भागवत, इंद्रेश को क्यों मरवाना चाहते थे प्रज्ञा के साथी?
- • देश • 22 Apr, 2019
मालेगाँव पार्ट- 3 : पुरोहित ने प्रज्ञा को बताया था धमाकों का ज़िम्मेदार
- • देश • 5 Jan, 2021
किसके ‘दबाव’ के कारण करकरे अपना पद छोड़ना चाहते थे?
- • देश • 20 Apr, 2019
मालेगाँव पार्ट-2 : जब प्रज्ञा ने लिया ‘आर्मी अफ़सर’ का नाम
- • देश • 5 Jan, 2021
साध्वी प्रज्ञा ने पूछा था, मालेगाँव धमाके में इतने कम लोग क्यों मरे?
- • देश • 5 Jan, 2021
सांप्रदायिक भाषण - मोदी को 'पकड़ना' मुश्किल ही नहीं, नामुमकिन है
- • विचार • 15 May, 2019
समझौता ब्लास्ट, किस्त 5: हत्या मामले में फ़रार को छुपाया असीमानंद ने
- • देश • 17 Apr, 2019
समझौता ब्लास्ट, किस्त 3: असीमानंद : भागवत का था आशीर्वाद
- • विश्लेषण • 29 Mar, 2019
समझौता ब्लास्ट, किस्त 2: जज ने कही थी फाँसी की बात
- • विश्लेषण • 30 Mar, 2019
समझौता ब्लास्ट, किस्त 1: इंसाफ़ से ‘समझौता’ है असीमानंद का बरी होना
- • विश्लेषण • 23 Mar, 2019
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