जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय यानी जेएनयू में फ़ीस बढ़ोतरी को लेकर विद्यार्थियों में उबाल है। जेएनयू एकमात्र संस्थान नहीं है जहाँ छात्रों पर लाठियों-डंडों से हमले हुए हैं। पिछले कुछ महीने के दौरान कई कैंपस अशांत हुए हैं। काशी हिंदू विश्वविद्यालयों में प्रदर्शन कर रहे छात्रों पर पुलिस बल का प्रयोग हुआ। देहरादून में फ़ीस वृद्धि को लेकर कॉलेजों में उग्र विरोध प्रदर्शन चला। इसके अलावा आईआईटी और आईआईएम जैसे संस्थानों में फ़ीस बढ़ोतरी, एमटेक में बेतहाशा फ़ीस होने को लेकर भी विद्यार्थियों में ग़ुस्सा है। सोशल मीडिया की लड़ाई चाहे जिस दिशा में चल रही हो, लेकिन हक़ीक़त है कि जिन अभिभावकों को अपनी कमाई का मोटा हिस्सा बच्चों की शिक्षा पर ख़र्च करना पड़ रहा है उनमें नाराज़गी है। वे फ़ीस बढ़ाए जाने के ख़िलाफ़ हैं और इसके विरोध को मौन समर्थन दे रहे हैं।
महँगी शिक्षा: सरकार फ़ीस बढ़ाकर डंडे बरसा रही है तो विपक्ष क्या कर रहा है?
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- 21 Nov, 2019

जेएनयू में फ़ीस बढ़ोतरी को लेकर विद्यार्थियों में उबाल है। देश भर में कई संस्थान हैं जहाँ छात्रों पर लाठियों-डंडों से हमले हुए हैं। सरकारों की ज़िम्मेदारी है मुफ़्त शिक्षा देने की, तो उनपर लाठी-डंडे क्यों बरसाए जा रहे हैं?