Trump Modi India Pakistan Truce: राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने दावा किया कि उन्होंने भारत-पाकिस्तान युद्ध 5 घंटे में रुकवा दिया। भारत के दावा खारिज करने के बावजूद ट्रंप ने कहा कि उन्होंने मोदी को फोन पर धमकाकर इसे रुकवाया। सरकार ने कोई प्रतिक्रिया अभी नहीं दी है।
दोस्त दोस्त न रहाः मोदी और ट्रंप की दोस्ती का पुराना फोटो। दोनों एक दूसरे के देश में गए थे।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने बुधवार को एक बार फिर दावा किया कि उन्होंने मई में भारत और पाकिस्तान के बीच सैन्य टकराव के दौरान शांति स्थापित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। ट्रंप ने कहा कि उनके हस्तक्षेप ने दोनों देशों को युद्ध की कगार से पीछे हटने के लिए मजबूर किया। यह बयान उन्होंने कैबिनेट बैठक के दौरान दिया, जहां उन्होंने यूक्रेन-रूस संघर्ष की शुरुआत में विश्व युद्ध टालने का भी जिक्र किया।
ट्रंप के ताज़ा दावे से एक बात साफ हुई कि विदेश मंत्री एस जयशंकर ने राज्यसभा में 28 जुलाई को ट्रंप और मोदी के बीच वॉर रुकवाने को लेकर कोई फोन कॉल न होने का जो दावा किया था, वो कितना सही है। वो वीडियो आप इसी रिपोर्ट में नीचे देख सकते हैं। प्रधानमंत्री मोदी का नाम ट्रंप ने सीधे लिया है। ट्रंप का वीडियो और समाचार देश और विदेश के मीडिया में आ चुका है लेकिन प्रधानमंत्री अभी तक जवाब नहीं दे पाए हैं।
अपने सचिव पीट हेग्सेथ के साथ बैठे ट्रंप ने कहा, "मैं एक भयानक (Terrfic) व्यक्ति, नरेंद्र मोदी से बात की। मैंने पूछा, 'आप और पाकिस्तान के बीच क्या चल रहा है?' दोनों के बीच नफरत जबरदस्त थी। यह टकराव लंबे समय से चला आ रहा है, कभी-कभी अलग-अलग नामों के साथ, सैकड़ों सालों से।" उन्होंने आगे कहा, "मैंने कहा, मैं आपके साथ कोई ट्रेड डील नहीं करना चाहता... आप लोग परमाणु युद्ध की ओर बढ़ रहे हैं। मैंने कहा, कल मुझे फोन करना। लेकिन हम आपके साथ कोई सौदा नहीं करेंगे, या हम आप पर इतने ऊंचे टैरिफ लगाएंगे कि आपका सिर घूम जाएगा।"
ट्रंप ने दावा किया कि पीएम मोदी के साथ उनकी बातचीत के "पांच घंटे" के भीतर समझौता हो गया। उन्होंने कहा, "लगभग पांच घंटे में यह काम हो गया... अब शायद यह फिर शुरू हो। मुझे नहीं पता। मुझे नहीं लगता कि ऐसा होगा, लेकिन अगर ऐसा हुआ तो मैं इसे रोक दूंगा। हमें ऐसी चीजें होने नहीं देनी चाहिए।"
ट्रंप की फोन कॉल और जयशंकर की वीडियो देखिए
ट्रंप ने एक दिन पहले मंगलवार को भी दावा किया था कि मई में भारत-पाकिस्तान के बीच घोषित युद्धविराम के लिए वे जिम्मेदार थे। उन्होंने कहा कि संघर्ष के दौरान "सात जेट" मार गिराए गए। हालांकि, ट्रंप ने यह स्पष्ट नहीं किया कि ये विमान किस देश के थे। भारत ने ट्रंप के इन दावों को बार-बार खारिज किया है। नई दिल्ली ने स्पष्ट किया है कि 10 मई का युद्धविराम पाकिस्तान के सैन्य संचालन महानिदेशक (डीजीएमओ) द्वारा भारत के डीजीएमओ से संपर्क करने और तनाव कम करने का अनुरोध करने के बाद घोषित किया गया था। भारत ने जोर देकर कहा कि यह समझौता द्विपक्षीय और बिना शर्त था, जिसमें किसी तीसरे पक्ष की मध्यस्थता शामिल नहीं थी।
लेकिन ट्रंप के फोन कॉल करने के नए दावे के बाद भारत के खंडन पर सवालिया निशान लग गया है। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने 30 जुलाई को विधानसभा में कहा था- 22 अप्रैल से 16 जून तक ट्रंप और मोदी जी के बीच कोई फ़ोन कॉल नहीं हुई। पूर्व मंत्री स्मृति ईरानी समेत बीजेपी के कई नेताओं ने इस वीडियो को एक्स पर ट्वीट भी किया था।
ट्रंप के बार-बार के दावों ने भारत में राजनीतिक बहस को भी हवा दी है, जहां विपक्षी दल सरकार से इस मुद्दे पर स्पष्ट जवाब मांग रहे हैं। इस बीच, भारत ने अपनी कूटनीतिक स्थिति को मजबूत रखते हुए किसी भी बाहरी हस्तक्षेप की संभावना को सिरे से नकार दिया है। कांग्रेस ने कहा कि ट्रंप ने भारत-पाकिस्तान वॉर रुकवाने की बात 42 बार कही है। कांग्रेस ने बुधवार को ट्रंप का वीडियो जारी करते हुए ट्रंप के शब्दों का दोहराया- मैंने मोदी को कॉल किया और कहा कि वॉर रोक दो, वरना मैं कोई कारोबार नहीं करूंगा. इससे डरकर 5 घंटे में ही वॉर रोक दी गई. कांग्रेस ने कहा- ट्रंप ने 42वीं बार कहा- मैंने भारत और पाकिस्तान की वॉर रुकवा दी. सवाल अब भी वही हैं- नरेंद्र मोदी ने भारत के सम्मान का समझौता क्यों किया? ट्रंप से डर क्यों गए?
बहरहाल, ट्रंप ताज़ा बयान ऐसे समय में आया है, जब बुधवार, 27 अगस्त को भारत पर उनके नए टैरिफ लागू हो चुके हैं। इन उपायों से भारतीय वस्तुओं पर कुल टैरिफ का बोझ लगभग 50 प्रतिशत तक बढ़ जाएगा। ट्रंप ने अपनी बातचीत में भारत के साथ ट्रेड डील को रद्द करने की धमकी का भी जिक्र किया, जिसे उन्होंने कथित तौर पर पीएम मोदी के साथ चर्चा में इस्तेमाल किया था।