छह महीने की रस्साकसी के बाद शिवसेना पार्टी का नाम और चुनाव चिन्ह एकनाथ शिंदे गुट को सौंप दिया गया है। चुनाव आयोग ने शुक्रवार की शाम दिये अपने फैसले में पार्टी का चुनाव चिन्ह और नाम शिंदे गुट को देने का फैसला किया। आयोग के फैसले का आधार सांसदों और विधायकों की संख्या बना।