कोरोना महामारी और उससे जुड़ी समस्याओं पर नजर डालें तो पता चलता है कि इस विश्व्यापी महामारी ने भारत की अर्थव्यवस्था पर कितना गहरा आघात किया है। विश्व के तमाम विकसित और विकासशील देश इससे हो रहे जान और माल के नुक़सान को समान रूप से झेल रहे हैं और इसका मुक़ाबला कर रहे हैं।
बिहार के गाँवों में कोरोना का असर, क्या मनरेगा में मिल रहा है काम?
- विचार
- |
- |
- 19 May, 2020

लॉकडाउन की मार शहरों और गाँवों, दोनों पर पड़ी है। इसका असर कृषि कार्यों पर भी हुआ है और ग़ैर कृषि कार्यों पर भी। लाखों लोगों को इस वजह से बेरोज़गार होना पड़ा है।
भारत में 25 मार्च को पहले लॉकडाउन की शुरुआत हुई और अब सरकार ने कुछ रियायतों के साथ लॉकडाउन 4.0 की घोषणा कर दी है। लॉकडाउन के कारण बंद हुए काम-धंधों ने आम-जन को, चाहे वह शहरी हों या ग्रामीण, आर्थिक रूप से बहुत प्रभावित किया है।