परमाणु हथियारों के पहले इस्तेमाल न करने को लेकर प्रधानमंत्री इमरान ख़ान के बयान को ख़ुद उनके ही विदेश मंत्रालय ने खंडन कर फिर यह दिखाया है कि पाकिस्तान की परमाणु और सैन्य नीति पाकिस्तान के नागरिक प्रशासन यानी राजनेताओं द्वारा संचालित नहीं होती बल्कि पाकिस्तान की सेना ही यह तय करती है। वह यह हिमाकत कर सकती है कि अपने ही प्रधानमंत्री के बयान को नकार दे। इससे इन आरोपों को एक बार फिर बल मिला है कि पाकिस्तान के राजनेता और नागरिक प्रशासन पाकिस्तान की सेना की कठपुतली ही है।