दिल्ली विधानसभा चुनावों के लिए मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने तारीखों की घोषणा कर दी। जानिए, कब क्या होगा।
दिल्ली चुनाव 2025 सोशल मीडिया पर भी लड़ा जा रहा है। इसमें आम आदमी पार्टी बाजी मारते हुए दिख रही है। इंस्टाग्राम से लेकर फेसबुक, ट्विटर (एक्स) पर आर्टिफिशल इंटेलीजेंस की मदद से तैयार आप का प्रचार अभियान जबरदस्त है। इनकी विशेषता है कि ये आपको आकर्षित करते हैं।
आम आदमी पार्टी प्रमुख अरविन्द केजरीवाल ने बुधवार 1 जनवरी 2025 को एक पत्र आरएसएस चीफ मोहन भागवत को लिखा है। यह पत्र चर्चा का विषय बन गया है। भागवत और आरएसएस ने तो नहीं लेकिन बीजेपी ने फौरन ही इसका जवाब दिया। आरएसएस के बारे में मीडिया के एक वर्ग ने यह खबर प्रमुखता से पेश की थी कि हरियाणा और महाराष्ट्र में भाजपा की शानदार जीत के पीछे आरएसएस है। हालांकि संघ और भाजपा आलाकमान (मोदी-शाह) के बीच मनमुटाव की खबरें भी आई थीं। तो क्या केजरीवाल ने संघ प्रमुख को पत्र लिखकर एक तरह से उन्हें खुश करने की कोशिश की है, ताकि संघ दिल्ली चुनाव से दूर रहे। जानिये पूरी राजनीतिः
दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 को लेकर भाजपा और आम आदमी पार्टी के बीच पोस्टर युद्ध छिड़ गया है। दोनों ही पार्टियां हर तरह के विज्ञापनों पर करोड़ों रुपये खर्च कर रही है। दूसरी तरफ दिल्ली की जनता के लिए न तो भाजपा ठोस वादे कर पा रही है और न ही आप मुद्दों के आधार पर बीजेपी से मुकाबला करने को तैयार हो पा रही है। भाजपा की तरह आप का हिन्दुत्व भी जाग उठा है।
अरविंद केजरीवाल की आम आम आदमी पार्टी ने मनमोहन सिंह को कभी ‘भ्रष्टतम प्रधानमंत्री’ कहा था, लेकिन अब इसने उनके लिए ‘भारत रत्न’ की माँग की है। क्या केजरीवाल अपनी पार्टी की ग़लतबयानी के लिए माफी नहीं मांगनी चाहिए?
दिल्ली विधानसभा के चुनाव जैसे-जैसे नजदीक आ रहे हैं, आम आदमी पार्टी आक्रामक होती जा रही है। उपराज्यपाल ने जैसे ही शनिवार को आप सरकार की योजनाओं को लेकर जांच का आदेश दिया, आप प्रमुख केजरीवाल ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस बुलाकर बीजेपी पर हमला बोला। केजरीवाल का कहना है कि हमारी चुनावी पहल से बीजेपी बौखला गई है।
दिल्ली विधानसभा चुनाव से पहले विपक्षी एकता इंडिया गठबंधन को झटका लगा है। जानिए, आप और कांग्रेस के बीच तनातनी से हालात किस स्तर तक पहुँच गए।
दिल्ली में विधानसभा चुनावों से पहले बीजेपी पर पैसे बाँटने के आरोप क्यों लग रहे हैं? जानिए, वीडियों में महिलाएँ किनसे 1100-1100 रुपये मिलने की बात कह रही हैं।
आम आदमी पार्टी को आख़िर दिल्ली में विधानसभा चुनाव से पहले इतनी बड़ी साज़िश क्या दिखती है कि इसने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बीजेपी पर बड़े आरोप लगाये हैं? जानिए, उन्होंने क्या क्या दावा किया।
आम आदमी पार्टी प्रमुख अरविन्द केजरीवाल और केंद्र सरकार के बीच रस्साकशी फिर से शुरू हो गई है। कई राज्यों में विधानसभा चुनाव से पहले फ्रीबीज यानी जनता के लिए मुफ्त सरकारी योजनाओं की घोषणा की गई। लेकिन दिल्ली में जब दो योजनाओं की घोषणा केजरीवाल ने की तो दिल्ली सरकार के ही एक विभाग ने दोनों योजनाओं के खिलाफ अखबारों में विज्ञापन छपवा दिए हैं कि लोग आवेदन न करें। दिल्ली विधानसभा चुनाव की घोषणा से पहले रोचक राजनीतिक घटनाक्रम हो रहे हैं जानिएः
5 नगर निगम- अमृतसर, जालंधर, फगवाड़ा, लुधियाना, पटियाला और 42 नगर परिषद/नगर पंचायतों के चुनाव 19 दिसंबर को संपन्न हुए हैं। जानिए, अब तक के नतीजों में कौन कितने वार्ड जीते।
दिल्ली में विधानसभा चुनाव बिल्कुल नजदीक आ चुके हैं। लेकिन दिल्ली के उपराज्यपाल ने आम आदमी पार्टी प्रमुख और पूर्व सीएम केजरीवाल पर मुकदमा चलाने की अनुमति दे दी है। दिल्ली के चुनाव के मद्देनजर यह घटनाक्रम महत्वपूर्ण है।
दिल्ली विधानसभा चुनावों के लिए आम आदमी पार्टी ने कमर कस ली है। जानिए, इसने अपने उम्मीदवारों की चौथी सूची में किनको किस सीट से चुनाव मैदान में उतारा।
दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 की गतिविधियां धीरे-धीरे बढ़ रही हैं। आम आदमी पार्टी सत्ता में वापसी करना चाहती है लेकिन अब उसकी और केजरीवाल की साख दांव पर लग गई है। दिल्ली के हालात बदलने आये केजरीवाल खुद ही बदल गये और इस समय उनका पुराना बतौर सीएम वाला आवास चर्चा में है, हालांकि सीएम पद छोड़ने के बाद वो बंगला खाली कर चुके हैं। यह बंगला आज भी उनके बदलाव की बानगी है। घोटालों के आरोपों में घिरी पार्टी को अब मतदाताओं से कसमें-वादे करने पड़ रहे हैं।
दिल्ली विधानसभा चुनाव नजदीक आ चुका है और आम आदमी पार्टी की सरकार ने गुरुवार को सीएम सम्मान योजना का पैसा बढ़ाने की घोषणा कर दी। हालांकि मूल घोषणा मार्च की है, जब केजरीवाल ने 1000 रुपये महीने देने की घोषणा की थी। अब उसी योजना को नये तरीके से पेश किया गया है।
आम आदमी पार्टी भी महाराष्ट्र, एमपी, झारखंड की तरह दिल्ली की महिलाओं को हर महीने एक हजार रुपये की आर्थिक मदद देना चाहती है। लेकिन उसकी योजना पर ग्रहण लग गया है। उन राज्यों में लाडली बहना जैसी योजना चुनाव से पहले लाई गई और उस वजह से वहां उन दलों को फिर से सत्ता मिल गई। एक तरह से ऐसी योजना को सत्ता पाने या लौटने की चाबी मान लिया गया। लेकिन दिल्ली में आम आदमी पार्टी की सरकार ब्यूरोक्रेसी के अड़ंगे की वजह से योजना को लागू ही नहीं कर पा रही है।
आम आदमी पार्टी ने पहले ही कह दिया था कि दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 वो अकेले लड़ेगी और कांग्रेस से कोई गठबंधन नहीं करेगी। लेकिन आप प्रमुख अरविन्द केजरीवाल ने वही बात बुधवार को फिर दोहराई। केजरीवाल को यह बात फिर से क्यों कहना पड़ी, यह जानना रोचक है। हालांकि दिल्ली में आप की स्थिति अब पहले जैसी नहीं है और केजरीवाल को 2025 का चुनाव जीतने के लिए कड़ी मेहनत करना पड़ रही है। कहा जा रहा है कि आप का दिल्ली में फिर से लौटना मुश्किल है। समझिए पूरी राजनीतिः
दिल्ली विधानसभा चुनाव में उन दलों के बीच मुक़ाबला है जो हमेशा चुनावी मोड में रहते हैं। तो चुनाव की तारीखों की घोषणा से पहले तैयारियों में कौन आगे है- आप या बीजेपी?
दिल्ली विधानसभा चुनाव की तारीखों की घोषणा भले नहीं हुई हो, लेकिन लगता है कि राजनीतिक दलों ने बिगुल बजा दिया है। आप ने उम्मीदवारों की दूसरी सूची भी जारी कर दी। जानिए, दिल्ली में कैसी हलचल और किसका पलड़ा भारी।
दिल्ली चुनाव 2025 के लिए भाजपा और आम आदमी पार्टी अपने-अपने नेरेटिव सेट करने में जुट गए हैं। भाजपा ने सबसे पहले आरोप लगाया कि दिल्ली में आप की सरकार ने बांग्लादेशी और रोहिंग्या को लाकर बसाया और उनके वोट बनवाए। आप ने पलटकर आरोप लगाया कि रोहिंग्या को तो दिल्ली में केंद्र की भाजपा सरकार लाई, उन्हें मकान दिये। आप ने यह भी आरोप लगाया कि कई विधानसभा क्षेत्रों में उसके समर्थकों के नाम मतदाता सूची से हरियाणा, महाराष्ट्र की तर्ज पर काटे जा रहे हैं।
भाजपा ने चुनाव आयोग की मिलीभगत से जिस तरह हरियाणा और महाराष्ट्र में चुनाव जीता उसकी कहानी अब धीरे-धीरे सामने आ रही है। लेकिन आम आदमी पार्टी का आरोप है कि भाजपा चुनाव आयोग के साथ मिलकर वही साजिश दिल्ली में भी कर रही है। यहां भी आप समर्थकों के नाम मतदाता सूची से गायब किये जा रहे हैं। आप का आरोप बहुत गंभीर है। ताज्जुब है कि देश में इसके खिलाफ आवाज नहीं उठ पा रही है।
अगले कुछ महीनों में दिल्ली में होने वाले विधानसभा चुनावों से ठीक पहले अरविंद केजरीवाल ने एक और बड़ी योजना शुरू कर दी है। जानिए, इसका दिल्ली चुनाव पर कैसा असर होगा।
दिल्ली में कई गैंग सक्रिय हैं। सवाल ये है कि केंद्रीय गृहमंत्रालय और खुफिया विभाग इन गैंग की कारस्तानियों पर अंकुश क्यों नहीं लगा पा रहा है? दिल्ली पुलिस क्यों इन गैंगस्टर्स पर कार्रवाई करने में नाकाम है?
दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए आप के लिए इंडिया गठबंधन के साथ मिलकर चुनाव लड़ना फायदेमंद होगा या नुक़सानदेह? जानिए, आख़िर अरविंद केजरीवाल इसको लेकर क्या कहा।
आम आदमी पार्टी प्रमुख अरविंद केजरीवाल पर शनिवार शाम को दिल्ली के मालवीय नगर इलाके में स्प्रिट फेंका गया। आरोपी अशोक कुमार झा नामक शख्स को हिरासत में ले लिया गया है। हालांकि आप ने इस घटना को हमला बताते हुए बीजेपी को जिम्मेदार ठहराया है। हालांकि पहले पानी फेंके जाने की खबर आई थी। लेकिन आप नेताओं का कहना था कि केजरीवाल पर स्प्रिट फेंका गया है।
कैलाश गहलोत एक जाट नेता हैं जो दिल्ली के मित्रांव गांव से हैं। वह 2015 के विधानसभा चुनावों से पहले आप में शामिल हुए और नजफगढ़ सीट पर जीते। वह 2020 में फिर से जीते। जानिए, दिल्ली चुनाव में क्या असर होगा।