संसद का मानसून सत्र आख़िर तय समय से पहले अनिश्चित काल के लिए क्यों स्थगित कर दिया गया? जानिए, सरकार ने क्या कहा और इस सत्र में क्या काम हुए।
संसद सत्र के बचे हुए दिनों में भी क्या ईडी के दुरुपयोग के मुद्दे पर हंगामा होता रहेगा?
संसद में बुधवार को विपक्ष ने केंद्रीय एजेंसियों के दुरुपयोग का मुद्दा उठाना चाहा तो उसे रोका गया। इस पर जबरदस्त हंगामा हुआ। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी इस विरोध में शामिल हुईं और वेल तक जा पहुंचीं। संसद को दो बार स्थगित करना पड़ा।
महंगाई सिर्फ विपक्ष को दिखती है जनता को नहीं। महंगाई है कहां? यूपीए के दौर में तो इससे बहुत ज्यादा महंगाई थी? दुनिया के दूसरे देशों को देखो वहां हमसे ज्यादा महंगाई है। यह सब कहना है सरकार का। लेकिन क्या कहता है अर्थशास्त्र का? अर्थशास्त्री प्रोफेसर अरविंद मोहन से आलोक जोशी की बातचीत।
लंबे इंतजार के बाद संसद में महंगाई पर चर्चा हुई। लेकिन सरकार ने कहा सब चंगा सी। तो फिक्र की कोई बात नहीं है? या सरकार सब संभाल लेगी? अर्थशास्त्री संतोष मेहरोत्रा से आलोक जोशी की बात।
क्या संसद के मॉनसून सत्र में आने वाले दिनों में भी अधीर रंजन चौधरी के बयान को लेकर हंगामा होता रहेगा?
आने वाले कुछ दिनों तक विपक्षी सांसदों के निलंबन के मुद्दे पर जबरदस्त तकरार हो सकती है। क्या सांसदों का निलंबन वापस होगा?
महंगाई और ईडी ,सीबीआई को लेकर विपक्षी दलों के तेवर आक्रामक हो गए है .दो दर्जन सांसद निलंबित हो चुके हैं और बड़ी संख्या में सांसद सड़क पर हैं .क्या सरकार घिर गई है ?आज की जनादेश चर्चा
विपक्ष सवाल तमीज से नहीं उठाता या सरकार सवाल सुनना ही नहीं चाहती? संसद में चल क्या रहा है? और सब कुछ ठीक से क्यों नहीं चल रहा? आलोक जोशी के साथ अनिल त्यागी, शरत प्रधान, सुनील शुक्ला और शीतल पी सिंह
विपक्षी सांसदों ने महंगाई, जीएसटी की बढ़ी दरों और मूल्य वृद्धि पर चर्चा की मांग की है। मॉनसून सत्र 2022 अपनी शुरूआत से ही हंगामेदार रहा है।
संसद में हंगामे को लेकर लोकसभा और राज्यसभा में बीजेपी के फ्लोर लीडर्स और नेताओं को अरुण जेटली और सुषमा स्वराज के पुराने बयानों को जरूर पढ़ लेना चाहिए।
किन सांसदों को निलंबित किया गया है और इसके पीछे क्या वजह बताई गई है?
संसद में विपक्ष और सत्ता के पक्ष के बीच बने गतिरोध के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आख़िर विपक्ष पर देश हित से समझौता किए जाने का आरोप क्यों लगाया?
पिछले हफ्ते दोनों सदनों में कार्यवाही शुरू होते ही विपक्षी सांसदों ने महंगाई, जीएसटी की बढ़ी दरों और मूल्य वृद्धि पर चर्चा की मांग सहित कई मुद्दों पर नारेबाज़ी की थी।
मॉनसून सत्र के शुरुआती दिनों को देखकर लगता है कि आने वाले कई दिन तक संसद में हंगामा और शोरगुल रहेगा और पूरा सत्र हंगामे की भेंट चढ़ सकता है।
क्या आने वाले कई दिनों तक संसद में हंगामा और शोरगुल होता रहेगा। ऐसा हुआ तो पूरा सत्र हंगामे की भेंट चढ़ सकता है।
क्या पूरे मॉनसून सत्र के दौरान संसद में हंगामा और शोरगुल होता रहेगा?
संसद सत्र के लगातार दूसरे दिन लोकसभा और राज्यसभा में हंगामा हुआ है। विपक्षी दलों के सांसदों ने तमाम मुद्दों को सदन में उठाया।
Satya Hindi news Bulletin सत्य हिंदी समाचार बुलेटिन। आज से दूध, दही के प्रोडक्ट और आटे पर से 5% GST देना होगा । कांग्रेस : दावा - 'सब चंगा सी', हकीकत : सब महंगा सी ।
पूरे मॉनसून सत्र के हंगामेदार रहने के आसार हैं और विपक्षी दल सरकार को अग्निपथ योजना, महंगाई आदि मुद्दों पर घेर सकते हैं।