Afghanistan Pakistan conflict: पाकिस्तान के ताज़ा हवाई हमलों में तीन अफ़ग़ान क्रिकेटरों सहित दस लोग मारे गए। अफ़ग़ानिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने पाकिस्तान सीरीज़ से नाम वापस ले लिया है।
पाकिस्तान के हमले में मारे गए अफगानिस्तान के क्रिकेट खिलाड़ी
अफगानिस्तान और पाकिस्तान के बीच जारी तनाव एक बार फिर खूनी मोड़ पर पहुँच गया है। शुक्रवार देर रात पाकिस्तान की ओर से किए गए हवाई हमलों में तीन अफगान क्रिकेटरों सहित कम से कम 10 लोगों की मौत हो गई है। यह हमला अफगानिस्तान के पूर्वी पक्तिका प्रांत में हुआ, जहाँ हाल ही में दोनों देशों के बीच संघर्षविराम (ceasefire) की घोषणा की गई थी।
अफगान पुलिस और स्थानीय प्रशासन ने आरोप लगाया है कि पाकिस्तानी ड्रोन और फाइटर जेट्स ने सीमावर्ती गांव उज्रुन (Urgun) पर निशाना साधा। इस हमले में मारे गए लोगों में तीन स्थानीय क्रिकेटर — कबीर अहमद, सिबघतुल्लाह और हारून रहमानी — भी शामिल हैं। ये तीनों युवा खिलाड़ी घरेलू स्तर पर अफगानिस्तान क्रिकेट बोर्ड (ACB) के पंजीकृत थे और जल्द होने वाली त्रिकोणीय टी-20 सीरीज़ की तैयारी कर रहे थे।
ACB ने पाकिस्तान ट्राई-सीरीज़ से नाम वापस लिया
इस हमले के बाद अफगानिस्तान क्रिकेट बोर्ड (ACB) ने पाकिस्तान और श्रीलंका के साथ प्रस्तावित ट्राई-सीरीज़ से हटने की घोषणा की है।
बोर्ड ने कहा कि यह “अस्वीकार्य” है और जब तक नागरिकों व खिलाड़ियों की सुरक्षा सुनिश्चित नहीं की जाती, तब तक टीम पाकिस्तान नहीं भेजी जाएगी।
अफगान कप्तान राशिद खान ने सोशल मीडिया पर कड़ा बयान देते हुए कहा- “तीन निर्दोष खिलाड़ियों की हत्या खेल या राजनीति नहीं, बल्कि एक बर्बर अपराध है। क्रिकेट शांति और भाईचारे का प्रतीक है, इसे युद्ध का शिकार नहीं बनाया जाना चाहिए।” पूर्व कप्तान मोहम्मद नबी और अन्य खिलाड़ियों ने भी इस हमले पर शोक जताया है।
पाकिस्तान और अफगानिस्तान सरकार का बयान
पाकिस्तान के रक्षा मंत्रालय ने बयान जारी कर कहा कि हमला “सीमा पार आतंकवादी ठिकानों” पर किया गया था और यह “सुरक्षा खतरों के जवाब में वैध सैन्य कार्रवाई” थी। हालाँकि अफगान सरकार ने इसे सिरे से नकारते हुए कहा कि मारे गए सभी नागरिक और खिलाड़ी थे, आतंकवादी नहीं। अफगान गृह मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा- "यह हमला हमारी संप्रभुता और मानवता पर सीधा हमला है। पाकिस्तान ने संघर्षविराम की भरपाई तो की है।"
अंतरराष्ट्रीय समुदाय, विशेषकर संयुक्त राष्ट्र मिशन (UNAMA), ने भी दोनों देशों से संयम बरतने और नागरिक इलाकों में सैन्य कार्रवाई रोकने की अपील की है।
तनाव फिर बढ़ा, बातचीत अधर में
दोनों देशों के बीच हाल ही में दोहा (क़तर) में शांति-वार्ता की प्रक्रिया शुरू हुई थी, लेकिन यह हमला उस पहल को झटका दे सकता है।
पाकिस्तान-अफगान सीमा (ड्यूरंड लाइन) पर कई बार TTP (तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान) और स्थानीय तालिबान गुटों के बीच संघर्ष के चलते हालात बिगड़ते रहे हैं।
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर आलोचना
भारत सहित कई देशों के क्रिकेट संघों ने अफगानिस्तान क्रिकेट बोर्ड के साथ संवेदना जताई है। बीसीसीआई के एक अधिकारी ने कहा कि “खेल की दुनिया में ऐसी घटनाएँ अस्वीकार्य हैं, यह हर खिलाड़ी के मनोबल पर असर डालती हैं।” सोशल मीडिया पर #PrayForPaktika और #StopTheStrikes जैसे हैशटैग ट्रेंड कर रहे हैं।
अफगानिस्तान में राष्ट्रीय शोक दिवस की घोषणा की गई है।
बता दें कि पिछले सप्ताह पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बीच सीमावर्ती झड़पों के बाद 48 घंटे का संघर्षविराम लागू किया गया था। यह हमला संघर्षविराम की समाप्ति के कुछ ही घंटों बाद हुआ। दोनों देशों के बीच सीमा विवाद और आतंकवाद विरोधी कार्रवाई को लेकर लगातार तनाव बना हुआ है। अफगान क्रिकेटरों की मौत ने राजनीतिक विवाद को मानवीय त्रासदी में बदल दिया है।