India US Trade Deal latest: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत को चेतावनी दी है कि अगर जल्द ही ट्रेड डील नहीं हुई तो वो आयात पर 25% टैरिफ लगा देंगे। यह बयान ऐसे समय में आया है जब दोनों देशों के बीच अभी बातचीत चल रही है।
मोदी अतीत में ट्रंप की जयजयकार करते रहे हैं। फाइल फोटो
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने मंगलवार को कहा कि यदि भारत और अमेरिका के बीच जल्द ही व्यापार समझौता नहीं होता, तो भारत पर 25% तक टैरिफ लगाया जा सकता है। ट्रम्प ने संवाददाताओं से बातचीत में कहा, "वे (भारत) 25% टैरिफ देने जा रहे हैं।" जब उनसे पूछा गया कि क्या भारत पर 20% से 25% के बीच टैरिफ लगेगा, तो ट्रम्प ने जवाब दिया, "हां, मुझे ऐसा लगता है। भारत मेरा दोस्त है।"
ट्रम्प ने यह भी दावा किया कि भारत अमेरिकी उत्पादों पर हाई टैरिफ लगाता है, जिसे वे "गलत" मानते हैं। उन्होंने कहा कि भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव को कम कराने में उनकी भूमिका रही है, और वे व्यापार के जरिए दोनों देशों के बीच युद्ध को रोकने में कामयाब रहे। हालांकि, भारत के विदेश मंत्रालय ने 13 मई को स्पष्ट किया था कि ऑपरेशन सिंदूर (7 मई से 10 मई 2025 तक) के दौरान भारत-अमेरिका नेताओं के बीच सैन्य स्थिति पर चर्चा हुई थी, लेकिन व्यापार का मुद्दा उसमें शामिल नहीं था।
भारत और अमेरिका के बीच महीनों से व्यापार समझौते पर बातचीत चल रही है, लेकिन अभी तक कोई अंतिम समझौता नहीं हो सका है। ट्रम्प ने अमेरिकी सामानों के लिए भारतीय बाजार में अधिक पहुंच की मांग की है। अमेरिकी व्यापार प्रतिनिधि जेमिसन ग्रीर ने सीएनबीसी को दिए इंटरव्यू में कहा कि भारत ने अपने कुछ बाजार खोलने में रुचि दिखाई है, लेकिन आगे बातचीत की ज़रूरत है।
2024 में अमेरिका ने भारत से लगभग 87.4 अरब डॉलर के सामान इंपोर्ट किए, जबकि भारत ने अमेरिका से 41.8 अरब डॉलर के सामान इंपोर्ट किए, जिसके नतीजे में अमेरिका को 45.7 अरब डॉलर का व्यापार घाटा हुआ। भारत से अमेरिका को एक्सपोर्ट होने वाले प्रमुख सामानों में फार्मास्यूटिकल्स, कम्युनिकेशन डिवाइस जैसे स्मार्टफोन, और एम्ब्राइडरी वाले कपड़े शामिल हैं।
ट्रम्प ने पहले 2 अप्रैल को भारतीय सामानों पर 26% टैरिफ लगाया था, लेकिन इसे बाद में 10% कर दिया गया और 90 दिनों के लिए रोक दिया गया। यदि 1 अगस्त तक कोई समझौता नहीं होता, तो भारत पर फिर से हाई टैरिफ लागू हो सकते हैं। भारतीय व्यापार वार्ताकार वाशिंगटन में हैं और तय समय सीमा से पहले एक अंतरिम समझौते पर काम कर रहे हैं।
विशेषज्ञों का कहना है कि यदि टैरिफ लागू होते हैं, तो यह भारत के एक्सपोर्ट आधारित उद्योगों, विशेष रूप से फार्मास्यूटिकल्स, कपड़ा, और आईटी क्षेत्रों पर गलत प्रभाव डाल सकता है। भारत सरकार ने संकेत दिए हैं कि वह अमेरिका के साथ ट्रेड डील पर बातचीत को गंभीरता से ले रहा है और जल्द ही इस मुद्दे पर हाईलेवल बातचीत हो सकती है।