शी जिनफिंग (बायें), ट्रम्प (दायें)
चीन की जवाबी तैयारीः चीन के शीर्ष नेतृत्व ने अगले हफ्ते इस मुद्दे पर बैठक बुलाई है। इसमें ट्रम्प की टैरिफ और व्यापार संबंधी धमकियों से चीन को बचाने के लिए योजना बनाई जाएगी। हालांकि चीन और अमेरिका सबसे बड़े व्यापारिक साझेदार और रणनीतिक प्रतिद्वंद्वी हैं। लेकिन ट्रम्प के आने के बाद हालात बदल गये हैं। अगले हफ्ते होने वाली बैठकों के दो सत्र बंद कमरे में होंगे।
ट्रम्प क्या अमेरिकी बिजनेस को दांव पर लगा रहे हैंः ट्रम्प जिस एजेंडे पर बढ़ रहे हैं, उसने अंतरराष्ट्रीय व्यवस्था को उलट दिया है। अपने पहले कार्यकाल की तुलना में ट्रम्प इस बार ज्यादा अप्रत्याशित साबित हो रहे हैं, जिनके बारे में कुछ कहना मुश्किल है। अमेरिकी राष्ट्रपति ने पिछले महीने चीन से आयातित उत्पादों पर अतिरिक्त 10 प्रतिशत टैरिफ लगाया था और अब 10 फीसदी अतिरिक्त टैरिफ लगाने की धमकी दी है। ट्रम्प की मौजूदा धमकी या चेतावनी सैकड़ों अरब डॉलर के व्यापार को प्रभावित कर सकती है। अगर रिपब्लिकन अपनी और अधिक सीमा शुल्क बढ़ाने की धमकी को पूरा करते हैं तो स्थिति और खराब हो सकती है।