पिछले चार दिनों तक चली सैन्य कार्रवाई के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच युद्धविराम की घोषणा ने दक्षिण एशिया में तनाव को अस्थायी रूप से कम कर दिया है। इस युद्धविराम के पीछे अमेरिकी विदेश मंत्री और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार मार्को रुबियो और पाकिस्तान के सेना प्रमुख जनरल असीम मुनीर के बीच हुई टेलीफोनिक बातचीत को एक महत्वपूर्ण क़दम माना जा रहा है। रुबियो ने मुनीर से बातचीत में भविष्य के संघर्षों से बचने के लिए रचनात्मक वार्ता शुरू करने में अमेरिकी सहायता की पेशकश की। यह पहली बार था जब अमेरिकी प्रशासन ने पाकिस्तान के सेना प्रमुख से सीधा संपर्क किया। और इस पर बात भी बन गई।
तो सवाल है कि आख़िर चरम पर पहुँचा तनाव एकाएक से आख़िर कम कैसे हो पाया? इस सवाल के जवाब से पहले यह जान लें कि आख़िर तनाव बढ़ने से लेकर अब तक का घटनाक्रम कैसे चला। इस तनाव की शुरुआत जनरल मुनीर के हिंदू-मुस्लिम संबंधों और कश्मीर पर भड़काऊ बयानों से हुई, जिसके बाद पहलगाम में आतंकी हमला हुआ। यह हमला कारगिल युद्ध के बाद दोनों देशों के बीच सबसे बड़े टकराव का कारण बना।