केरल में पिछले हफ्ते एक राजनीतिक रैली के दौरान एक नाबालिग लड़के को नफरती नारे लगाते देखे जाने के बाद पुलिस ने मामला दर्ज किया और कुछ लोगों पर कार्रवाई की है। यह कार्रवाई तब हुई है जब केरल उच्च न्यायालय ने राजनीतिक और धार्मिक रैलियों में बच्चों के इस्तेमाल के बारे में चिंता व्यक्त की। राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग ने भी राजनीतिक रैलियों में बच्चों के इस्तेमाल को लेकर आपत्ति जताई और केरल पुलिस पर कार्रवाई के लिए दबाव डाला।
केरल: रैली में नारे लगाते बच्चे के वायरल वीडियो पर विवाद क्यों?
- केरल
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- 24 May, 2022
क्या अब बच्चों का इस्तेमाल राजनीतिक और धार्मिक रैलियों में नफ़रती नारे लगाने के लिए किया जा रहा है? जानिए, केरल में पीएफ़आई की रैली का मामला क्या है।

इन घटनाक्रमों के बाद एक व्यक्ति को हिरासत में लिया गया है। एनडीटीवी की रिपोर्ट के अनुसार हिरासत में लिया गया व्यक्ति कोट्टायम के एराट्टुपेटा का रहने वाला है और आशंका है कि वह बच्चे को रैली में लेकर आया था। पुलिस ने इस मामले में पीएफआई अलाप्पुझा जिला अध्यक्ष नवास वंदनम और जिला सचिव मुजीब के खिलाफ भी केस दर्ज किया है।