केरल में लोगों ने एक गर्भवती हथिनी को ऐसे अनानास खाने के लिए दिए, जिनमें पटाखे भरे हुए थे। पटाखे हथिनी के मुंह में फट गए और उसकी और उसके बच्चे की मौत हो गई।
देश में कोरोना संक्रमण का सबसे पहला मामला केरल में आया था और यही पहला राज्य था जिसने इस पर नियंत्रण भी पा लिया था, लेकिन अब वहाँ सामुदायिक संक्रमण का ख़तरा मंडराने लगा है। आख़िर ऐसी स्थिति क्यों हो गई?
अंतरराष्ट्रीय हिन्दू परिषद नामक दक्षिणपंथी हिन्दू संगठन ने केरल में फिल्म की सूटिंग के लिए बनाए गए एक सेट के साथ तोड़फोड़ कर इसे पूरी तरह नष्ट कर दिया।
देश में कोरोना वायरस का सबसे पहला पॉजिटिव मामला केरल में 30 जनवरी को आया था और अब वहाँ 7 मई को एक भी नया मामला नहीं आया है। तो यह चमत्कार कैसे हुआ? केरल ने कौन सा मॉडल अपनाया?
केरल में रेस्त्राँ, किताब की दुकानों को खोलने और शहरों के बीच बसों को शुरू करने के राज्य सरकार के फ़ैसले पर केंद्र सरकार ने आपत्ति की है। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने राज्य सरकार से इस संबंध में जवाब माँगा है।
भगवान अयप्पा के दर्शन के लिए केरल के सबरीमला पहुँची 10 महिलाओं को मंदिर के पास से लौटा दिया गया है। पुलिस ने साफ़ कहा है कि वह इन महिलाओं को सुरक्षा नहीं दे सकती।
केरल हाई कोर्ट के जज जस्टिस वी. चिताम्बरेश ने ब्राह्मणों की तारीफ़ करते हुए कई विवादित बयान दे दिए। उन्होंने जाति आधारित आरक्षण के ख़िलाफ़ आर्थिक आरक्षण करने की सलाह भी दे दी।
देशभर में सिर्फ़ केरल में ही वामपंथी सत्ता में हैं और अगर लोकसभा चुनाव में यहाँ उनका प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा तो यहाँ से भी उनके सफाये की भूमिका तैयार हो जाएगी।