पिछले दो सप्ताह से स्कॉटलैंड के ग्लासगो शहर में चल रहा संयुक्त राष्ट्र जलवायु सम्मेलन समाप्त हो गया है। धरती और हमारे अस्तित्व की अंतिम आस माने जा रहे इस सम्मेलन से उन उपायों पर आम सहमति होने की उम्मीद थी जिनसे वायुमंडल का औसत तापमान औद्योगिक युग से पहले के औसत तापमान की तुलना में 1.5 डिग्री सेल्शियस से आगे न बढ़ने पाए। सम्मेलन के घोषणापत्र पर अभी सौदेबाज़ी चल रही है लेकिन कई ऐसे समझौते हुए हैं जिनसे जलवायु परिवर्तन की रोकथाम की उम्मीद बँधी है। परंतु बहुत कुछ ऐसा भी है, जो नहीं हो सका जिससे चिंता और निराशा होती है।