यूपी विधानसभा चुनाव 2022 का नतीजा आने के बाद राष्ट्रीय लोकदल (रालोद) के अध्यक्ष जयंत चौधरी ने पार्टी की यूपी यूनिट को भंग कर दिया। लेकिन उसके अध्यक्ष मसूद अहमद ने पैसे लेकर टिकट बांटने का आरोप लगाते हुए शनिवार को अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने की घोषणा की।
सवाल ये है कि आरएलडी को इस तरह विवाद में घसीटने की कोशिश क्यों हो रही है और मसूद अहमद किसके इशारे पर यह सब कर रहे हैं। 2024 के लोकसभा चुनाव की तैयारी अभी से शुरू हो गई है और उसके लिए ही राजनीतिक गोटियां बिछाई जा रही हैं। आगामी लोकसभा चुनाव के लिए रालोद अध्यक्ष जयंत चौधरी ने अपनी रणनीति साफ कर दी है कि वे सपा के साथ मिलकर लड़ेंगे। जाहिर है कि यह गठबंधन अभी भी कई दलों को राजनीतिक रूप से चुभ रहा है।
किसके इशारे पर रालोद और जयंत को घेरा जा रहा है? मसूद के आरोपों को पार्टी ने खारिज किया
- राजनीति
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- 29 Mar, 2025
पश्चिमी यूपी में रालोद की भूमिका महत्वपूर्ण है। 2024 के लोकसभा चुनाव के मद्देनजर रालोद और उसके अध्यक्ष जयंत चौधरी को घेरा जा रहा है। रालोद यूपी के अध्यक्ष मसूद अहमद के आरोप भी उसी का हिस्सा हैं। रालोद ने मसूद के आरोपों को खारिज कर दिया।
