2022 की शुरुआत में पांच राज्यों में चुनाव होने हैं और पार्टी ने वहां सर्वे कराना शुरू किया है। यह सर्वे नमो एप पर हो रहा है, यानी कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को सर्वे का सीधा फ़ीडबैक मिलेगा।
वित्तीय वर्ष 2019-20 के दौरान इलेक्टोरल बॉन्ड के रूप में बीजेपी को सबसे अधिक 2,555 करोड़ रुपए तो कांग्रेस को 318 करोड़ रुपए मिले।
राजपूत समुदाय के युवाओं का कहना है कि राजपूत समुदाय के राजाओं को दूसरी जातियों का बताना बीजेपी और आरएसएस की कुत्सित योजना है।
बीजेपी और आरएसएस के लिए यूपी चुनाव ज़्यादा बड़ा मसला है। बीजेपी और संघ यूपी को किसी भी क़ीमत पर नहीं गँवाना चाहते। दक्षिणपंथी राजनीति के लिए यूपी का चुनाव कई लिहाज से बहुत महत्वपूर्ण होने जा रहा है।
उचित प्रतिनिधित्व नहीं मिलने पर 2019 के आम चुनाव के बाद केंद्रीय मंत्रिमंडल में शामिल होने से इनकार करने वाली जदयू अब उसी सरकार में अपने लोगों को मंत्री बनवाना चाहती है।
युपी से लेकर कर्नाटक तक बीजेपी में घमासान क्यों ? अनुशासन की ऐसी की तैसी ? शाह-मोदी की पकड़ कमजोर ? आशुतोष के साथ चर्चा में विनोद अग्निहोत्री, शरद गुप्ता, प्रिया सहगल, संदीप सोनवलकर और अनिल शर्मा ।
अगले साल होने वाले राज्यसभा के द्विवार्षिक चुनाव में बीजेपी और उसके सहयोगी दलों की सीटें बढलने के बजाय कम हो सकती है।
हाल ही में बीजेपी में शामिल होने वालों में कांग्रेस के जितिन प्रसाद को गिनाया जा सकता है। सचिन पायलट रास्ते में हो सकते हैं। स्वामी प्रसाद मौर्य, ज्योतिरादित्य सिंधिया, शुभेंदु अधिकारी, आदि की कहानियाँ अब पुरानी पड़ गई हैं।
उत्तर प्रदेश में चल रही तमाम सियासी उथल-पुथल से यह पता चलता है कि बीजेपी जोर-शोर से चुनावी तैयारियों में जुट गयी है।
सरकार को दोषी ठहराने के बजाय सोशल मीडिया पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का महिमामंडन किया जा रहा है, इसके लिए ऐसे-ऐसे तर्क दिए जा रहे हैं कि ग़रीब, अशिक्षित और कई बार शिक्षित जनता भी मान बैठती है कि हां, ये बात सही ही है।
जिस 'कोविड टूलकिट' को कांग्रेस का बताया जा रहा है और जिसे केंद्र सरकार के मंत्रियों से लेकर बीजेपी के बड़े-बड़े नेताओं ने शेयर किया था उस 'कोविड टूलकिट' को एआईसीसी के जाली लेटरहेड पर बनाया गया था।
Satya Hindi news Bulletin। सत्य हिंदी समाचार बुलेटिन। बीजेपी ने कहा - कांग्रेस की ‘टूलिकट’ में मोदी को बदनाम करने की साजिश । सरकारी पैनल की सिफारिश- संक्रमण से ठीक हुए लोगों को 3-9 महीने में लगे टीका
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनकी सरकार की देश-विदेश में भयंकर आलोचना हो रही है, मगर बीजेपी और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ में चुप्पी है, क्यों?
बीजेपी के तमाम नेता और केंद्रीय मंत्रियों का अक्सर कहते रहे हैं कि वे राहुल गांधी की किसी भी बात को गंभीरता से नहीं लेते। लेकिन होता यह है कि राहुल के सुझाव को ही आख़िरकार सरकार मानती है।
कूचबिहार में 10 अप्रैल को एक मतदान केंद्र पर भीड़ का सीआईएसएफ़ पर हमला चिंता का सबब क्यों नहीं बना? सरकार की कामयाबी या नाकामी क्या इससे तय होगा कि सरकार किसकी है?
पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के पाँचवें चरण में शनिवार को छह ज़िलों की जिन 45 सीटों के लिए मतदान होना है उनमें सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस और अबकी सत्ता की प्रमुख दावेदार के तौर पर उभरी बीजेपी के बीच काँटे की टक्कर है।
जिस नागरिकता संशोधन क़ानून (सिटीजन्स अमेडमेंट एक्ट यानी सीएए) को बीजेपी ने तमाम विरोधों के बीच संसद से पारित करवाया और देशव्यापी विरोध प्रदर्शनों के बावजूद उससे टस से मस होने से इनकार कर दिया, असम के चुनाव घोषणापत्र में उसका ज़िक्र तक नहीं है।
पिछले दिनों किसान आंदोलन के बीच पंजाब में स्थानीय निकायों के चुनाव संपन्न हुए। इसमें कांग्रेस पार्टी की अकाल्पनिक विजय इतनी महत्वपूर्ण नहीं थी जितनी कि भारतीय जनता पार्टी की फ़ज़ीहत के साथ बुरी तरह हुई पराजय।
पंजाब लोकल चुनाव में बीजेपी साफ। तीन राज्यों में 40 सीटों पर नुकसान का डर। डैमेज कंट्रोल कर पायेगी बीजेपी? आशुतोष के साथ चर्चा में सतनाम मानक, शेष नारायण सिंह, सतीश के सिंह, शीतल पी सिंह।
भाजपा का राजनीतिक कौशल सबसे अलग है वह जिस पार्टी से टकराती है उसके नेताओं को आत्मसात कर लेती है .बंगाल में तृणमूल कांग्रेस का बड़ा हिस्सा अब भाजपा में है .पुडुचेरी में भाजपा की कोई जमीन नहीं रही है पर इस रणनीति से वह अपनी राजनीतिक जमीन बना रही है .इस काम में कोई बाधा आये तो उसे वह हटा देती है .पुडुचेरी की राज्यपाल किरण बेदी उदाहरण हैं
Satya Hindi News Bulletin। सत्य हिंदी समाचार बुलेटिन। पंजाब स्थानीय निकाय चुनाव: 7 में से 6 नगर निगम में कांग्रेस जीती । पंजाब निकाय चुनाव में कांग्रेस की आँधी, बीजेपी को बड़ा झटका
क्या कोई आज़ादी दुनिया के सबसे बड़े राजनीतिक दल बीजेपी में उपलब्ध है? उसके अनुमानित 18 करोड़ सदस्यों में क्या कोई यह सवाल पूछने की हिम्मत कर सकता है कि पार्टी और सरकार हक़ीक़त में कैसे चल रही हैं?
त्रिपुरा, मध्य प्रदेश, राजस्थान, मणिपुर, नगालैंड, असम, गोआ, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड सहित कम से कम 10 राज्यों में बीजेपी में विद्रोह की चिंगारी सुलग रही है।
Satya Hindi News Bulletin। सत्य हिंदी समाचार बुलेटिन। आंध्र पुलिस : टीडीपी- बीजेपी के लोगों ने ढहाए मंदिर । राजस्थान बीजेपी में बड़ा चेहरा कौन, नेताओं में घमासान
Satya Hindi News Bulletin। सत्य हिंदी समाचार बुलेटिन। दिल्ली: हनुमान मंदिर टूटने पर बीजेपी-आप आमने-सामने। 26 जनवरी की परेड की तैयारी, कल ट्रैक्टर रैली निकालेंगे किसान
बीजेपी का लक्ष्य किसी भी क़ीमत पर हर राज्य में अपनी सरकार बनाना है। इसलिए अरुणाचल प्रदेश का घटनाक्रम इस बात का भी संकेत है कि बिहार की राजनीति में आने वाले दिनों में चौंकाने वाली घटनाओं के साथ बड़ा परिवर्तन देखने को मिल सकता है।