क्या प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दो महीने से अधिक समय से चल रहे किसान आन्दोलन और उसे स्थानीय से लेकर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मिलने वाले समर्थन से बौखला गए हैं? क्या वे यह बर्दाश्त नहीं कर पा रहे हैं कि लोग इससे जुड़ते जा रहे है?
किसान आंदोलन पर ट्वीट को लेकर ट्विटर और सरकार के बीच तनातनी और बढ़ सकती है। ऐसा इसलिए कि सरकार ने अब यह कहते हुए 1178 ट्विटर खातों को बंद करने के लिए लिए कहा है कि ये खाते पाकिस्तान और खालिस्तान से सहानुभूति रखते हैं।
Satya Hindi News Bulletin। सत्य हिंदी समाचार बुलेटिन। किसान नेता दर्शन पाल बोले - खट्टर सरकार को उखाड़ फेंको । यूपी से लेकर हरियाणा तक महापंचायतों में रही जबरदस्त भीड़
राज ठाकरे ने कहा है कि केंद्र सरकार को किसानों के मामले में अपने समर्थन में ट्वीट करवाकर लता मंगेशकर और सचिन तेंदुलकर जैसी हस्तियों की प्रतिष्ठा को दांव पर नहीं लगाना चाहिए।
केंद्र सरकार के नए कृषि क़ानूनों के ख़िलाफ़ रविवार को पश्चिमी उत्तर प्रदेश और हरियाणा का माहौल ख़ासा गर्म रहा।
कृषि क़ानून और किसान आन्दोलन पर क्यों सरकार ढिठाई से बिना पलक झपकाए उस सदन में झूठ बोल रही है, जहाँ संसद को गुमराह करना जनप्रतिनिधियों के विशेषाधिकार का हनन है?
किसानों का चक्का-जाम बहुत ही शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हो गया और उसमें 26 जनवरी- जैसी कोई घटना नहीं घटी, यह बहुत ही सराहनीय है। केंद्र सरकार कृषि क़ानूनों को मानने या न मानने की छूट राज्यों को क्यों नहीं दे देती?
किसान आन्दोलन पर सरकार यही सन्देश दे रही है कि किसान नागरिक अधिकारों से विहीन नागरिक बनते जा रहे हैं। उनके बारे में बिना चर्चा कानून बनाने से लेकर उनको इस स्थिति मेँ लाने तक यही चल रहा है।
किसानों को समर्थन देने के लिए भी हिम्मत जुटाने का ज़रूरत क्यों? महिलाओं को चुप कराने के लिए बलात्कार की धमकियाँ आम क्यों? देखिए वरिष्ठ पत्रकार नीलू व्यास की रिपोर्ट
विश्व स्तर पर सुर्खियों पर बना किसान आंदोलन, मोदी की बढ़ी मुश्किलें? महापंचायतों का दौर जारी कैसे बदल रही फ़िज़ा? देखिए वरिष्ठ पत्रकार मुकेश कुमार का विश्लेषण। Satya Hindi
Satya Hindi News Bulletin। सत्य हिंदी समाचार बुलेटिन। आंदोलन: बीजेपी नेता ने कहा - तोमर पर सत्ता का अहंकार चढ़ गया । ‘तीनों क़ानून ही नहीं MSP पर भी क़ानून बने तभी आंदोलन ख़त्म होगा’
किसान आंदोलन के साथ ज़्यादतियों की ख़बरें विश्व भर में फैल चुकी हैं। इससे मोदी और देश दोनों की छवि खराब हुई है। मगर क्या मोदी सरकार अब भी आँखें मूँदे रहेगी? क्या अभी भी वह प्रोपेगंडा और सेलेब्रिटियों के बल पर अपनी कारगुज़ारियाँ छिपाने की सोचती रहेगी? वरिष्ठ पत्रकार मुकेश कुमार की रिपोर्ट-
Satya Hindi News Bulletin। सत्य हिंदी समाचार बुलेटिन। सिन्हा : ‘अबकी बार ट्रंप सरकार’ क्या दूसरे देश के मामले में दख़ल नहीं? । पीएम : भारतीय न्यायपालिका हमेशा लोगों के हितों के लिए खड़ी हुई
पॉप गायिका रियाना के बाद अब हॉलिवुड स्टार सूज़न सैरन्डन और जमीला जलील ने कृषि क़ानूनों के ख़िलाफ़ चल रहे किसान आन्दोलन का समर्थन किया है।
पश्चिमी उत्तर प्रदेश में मुज़फ्फरनगर के बाद बाग़पत, मथुरा, बिजनौर और शामली में महापंचायत हो चुकी हैं।
4 फरवरी 2021 को ऐतिहासिक चौरी चौरा घटना के शताब्दी वर्ष समारोह का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया। प्रधानमंत्री ने चौरी चौरा के शहीदों को याद करते हुए, इतिहास में उनकी अवहेलना को दुर्भाग्यपूर्ण बताया।
Satya Hindi News Bulletin। सत्य हिंदी समाचार बुलेटिन। किसान आंदोलन: UN ने शांतिपूर्ण प्रदर्शन के पक्ष में दिया बयान। दिल्ली-एनसीआर व दो राज्यों को छोड़कर देश भर में होगा चक्का जाम
किसान आंदोलन के समर्थन में पर्यावरणविद ग्रेटा तनबर्ग (थनबर्ग) और पॉप स्टार रियाना (रिहाना) के ट्वीट करने के बाद मानो देश में भूचाल आ गया है।
दिल्ली की सीमा पर किसान आंदोलन की रिपोर्टिंग करने के दौरान गिरफ़्तार किए गए पत्रकार मनदीप पूनिया को ज़मानत मिल गई है। जेल में उनका कैसा रहा अनुभव, उनकी ही कलम से लिखी दास्तां पढ़िए।
राष्ट्रीय सुरक्षा अगर सरकार के लिए सबसे बड़ा मुद्दा है तो क्यों ज़िद पर अड़ी है सरकार? देखिए वरिष्ठ पत्रकार नीलू व्यास का विश्लेषण। Satya Hindi
बढ़ता आंदोलन, किसानों का चक्का जाम । क्या फिर हिंसा होगी ? प्रधानमंत्री बात करे सीधे ! आशुतोष के साथ आलोक जोशी, सतीश के सिंह, हरि कुमार, राहुल राज और प्रेम कुमार ।
संसद में विपक्ष का सरकार पर हमला, कहा, किसानों पर अत्याचार शर्मनाक।सरकार ने नहीं दी इजाज़त, फिर भी शामली महापंचायत में जुटे किसान। देखिए दिनभर की ख़बरों का विश्लेषण वरिष्ठ पत्रकार मुकेश कुमार के साथ। Satya Hindi
Satya Hindi News Bulletin। सत्य हिंदी समाचार बुलेटिन।टिकैत ने कहा - यूपी-उत्तराखंड में कल नहीं होगा चक्का जाम।राजस्थान : दौसा में महापंचायत, पायलट ने दिल्ली कूच का ऐलान किया
Satya Hindi News Bulletin। सत्य हिंदी समाचार बुलेटिन। प्रशासन के इनकार के बाद शामली महापंचायत में जुटे किसान । तोमर बोले - क़ानूनों में क्या समस्या है इसका जवाब दो
ये सरकार घमंडी है। किसानों की एकजुटता को तोड़ने के लिए इसने हर हथकंडा आज़मा लिया मगर कामयाब नहीं हुई और न ही आगे होगी। ये कहना है माकपा नेता बृंदा करात का। पेश है उनसे वरिष्ठ पत्रकार मुकेश कुमार की बातचीत
कृषि क़ानूनों के ख़िलाफ़ आंदोलन कर रहे किसानों के आह्वान पर देश के तीन राज्यों को छोड़कर सब जगह चक्का जाम किया जा रहा है।