महाराष्ट्र में दोनों मोर्चे अब आमने सामने आ चुके है। पर विदर्भ की लड़ाई काफी महत्पूर्ण होती नज़र आ रही है। आज की जनादेश चर्चा।
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव धीरे-धीरे रफ्तार पकड़ रहा है। भाजपा तरह-तरह की पैंतरेबाजी कर रही है। महाराष्ट्र में भाजपा की राजनीतिक दिशा देने वाले देवेंद्र फडणवीस ने अपने दो नेताओं को एनसीपी में शामिल करा दिया। अजित पवार की एनसीपी में जाने वाले नेताओं ने कहा कि उन्हें फडणवीस ने भेजा है, ताकि यहां से टिकट मिल जाय। इस बीच मिलिंद देवड़ा को शिवसेना शिंदे ने टिकट दी है जो आदित्य ठाकरे के खिलाफ उतर सकते हैं। जानिए सारे घटनाक्रमः
महाराष्ट्र में योजनाबद्ध तरीके से हरियाणा में भाजपा की जीत का प्रचार किया जा रहा है। महायुति हरियाणा मॉडल के सहारे जीतने का भरोसा जता रही है। यह अलग बात है कि ऐसी खबरें सिर्फ भाजपा फैला रही है। दूसरी तरफ महायुति में 106 सीटों पर अभी तक प्रत्याशी घोषित नहीं किये गये। गुरुवार रात को भी केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के घर पर महायुति नेता बैठक करते रहे लेकिन बात नहीं बनी। समझिये पूरी राजनीतिः
शरद पवार की एनसीपी (शरदचंद्र पवार) ने महाराष्ट्र विधानसभा के लिए अपने उम्मीदवारों की पहली सूची जारी कर दी है। जानिए, इस सूची में किनको किसके ख़िलाफ़ उतारा गया है।
महाराष्ट्र में गुजरातियों के प्रति इतना गुस्सा क्यों है? क्या इसकी एक बड़ी वज़ह महाराष्ट्र से बड़े-बड़े प्रोजेक्ट छीना जाना है? वरिष्ठ पत्रकार मीनू जैन की विशेष रिपोर्ट-
महाविकास अघाड़ी के तीनों दलों में क्यों बँटी 85-85 सीटें? बाक़ी बची 33 सीटों का क्या होगा? क्या सौ सीटों पर लड़ने की शिवसेना की ख्वाहिश पूरी होगी?
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के लिए अजित पवार के एनसीपी खेमे द्वारा जारी उम्मीदवारों की सूची में जानिए किसको-किसको टिकट मिला और किसका किसका टिकट कटा।
महाराष्ट्र में कांग्रेस, उद्धव ठाकरे की शिवसेना और शरद पवार की पार्टी के बीच आख़िरकार सीटों का तालमेल हो गया। जानिए, कौन कितनी सीटों पर चुनाव लड़ेगा।
महाविकास अघाड़ी के घटक शिवसेना यूबीटी ने बुधवार को स्पष्ट तौर पर संकेत दिया कि वो 100 सीटों पर अपने प्रत्याशी उतारेगी। एमवीए में सीट शेयरिंग की बात 99 फीसदी फाइनल होने की बात उद्धव ठाकरे की पार्टी की ओर से बुधवार को कही गई। लेकिन घोषणा होने में समय लग रहा है।
महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव होने जा रहे हैं और परंपरा के मुताबिक भाजपा-आरएसएस ने महाराष्ट्र में भी इस चुनाव को साम्प्रदायिक एजेंडे के तहत लड़े जाने की तैयारी शुरू कर दी है। महाराष्ट्र में महायुति की सरकार है और वो तमाम आंतरिक समस्याओं से जूझ रही है। महायुति में भाजपा, शिवसेना शिंदे गुट और एनसीपी अजित पवार गुट हैं।
चुनाव आयोग ने घोषणा की है कि महाराष्ट्र में 20 नवंबर को एक चरण में चुनाव होगा। जानिए, महाराष्ट्र चुनाव में क्या मुद्दे अहम हो सकते हैं।
महाराष्ट्र विधानसभा में 288 सीटें हैं और भाजपा उनमें से 151 पर चुनाव लड़ रही है। जानिए, 20 नवंबर को होने वाले महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा की ओर से जारी उम्मीदवारों की पहली सूची में किनका किनका नाम।
तार्किक विचारों और कट्टर हिंदुत्व विचारधाराओं की कड़ी आलोचना के लिए जानी जाने वाली वरिष्ठ पत्रकार गौरी लंकेश की 5 सितंबर, 2017 को हत्या कर दी गई थी।
महाराष्ट्र में भाजपा और एनसीपी अजित पवार गुट को बड़ा झटका लगा है। अपने-अपने क्षेत्रों के दो बड़े नेता इन पार्टियों को छोड़कर शिवसेना यूबीटी में शामिल हो गये हैं। इसका प्रभाव 75 सीटों पर पड़ सकता है। शिवसेना यूबीटी का नेतृत्व उद्धव ठाकरे कर रहे हैं। चुनावी राजनीति के नजरिये से महायुति गठबंधन का बड़ा नुकसान है।
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के मद्देनजर एमवीए गठबंधन या इंडिया के सहयोगियों के बीच 263 सीटों पर बात बनती नजर आ रही है। इसमें समाजवादी पार्टी को भी दो सीटें देने की बात हो रही है। करीब 25 सीटों पर बातचीत अंतिम दौर में है। जानिए महाराष्ट्र में चुनावी राजनीतिः
महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव घोषित हो चुके हैं लेकिन सत्तारूढ़ महायुति गठबंधन अभी तक सीटों का बंटवारा नहीं कर पाया है कि भाजपा, शिवसेना शिंदे गुट और एनसीपी अजित पवार गुट कितनी-कितनी सीटों पर चुनाव लड़ेंगे। खबर है कि 22 सीटों को लेकर तीनों सहयोगी दलों के बीच घमासान मचा हुआ है। हालांकि कहा गया है कि शनिवार तक हर हालत में सीट शेयरिंग फाइनल हो जाएगी।
भारतीय जनता पार्टी सांप्रदायिक राजनीति करती है, लेकिन उसका वोटबैंक जाति आधारित है। चुनाव जीतने के लिए भाजपा महीन सोशल इंजीनियरिंग करती है। तो क्या कांग्रेस महाराष्ट्र में रणनीति बदलेगी?
महाराष्ट्र विधानसभा के चुनाव की तारीख मंगलवार को चुनाव आयोग ने घोषित की थी। तारीख सामने आते ही महायुति गठबंधन ने बुधवार को अपनी सरकार का रिपोर्ट कार्ड पेश कर दिया। इस मौके पर सीएम एकनाथ शिंदे के अलावा दोनों डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस और अजित पवार मौजूद थे। लेकिन खबर फडणवीस के पास थी। उन्होंने कहा कि सरकार बनने पर एकनाथ शिंदे ही सीएम होंगे। उन्होंने एमवीए को अपना सीएम चेहरा बताने को कहा।
महाराष्ट्र और झारखंड में विधानसभा चुनावों की तारीख़ों का ऐलान हो गया है । लोकसभा चुनावों में बीजेपी को ज़बरदस्त नुकसान झेलना पड़ा था । ऐसे में विधानसभा चुनाव मोदी के लिये बड़ा टेस्ट होगा ? क्या बीजेपी और सहयोगी अपनी सरकार बचा पायेंगे और क्या विकास अघाडी अपनी सरकार गँवाने का बदला ले पायेगी ? क्या होगा महाराष्ट्र में ? चुनाव विश्लेषक CSDS के संजय कुमार के साथ चर्चा में आशुतोष ।
हरियाणा के झटके के बाद कांग्रेस महाराष्ट्र चुनाव के लिए कितनी तैयार है? अघाड़ी के घटक दलों के साथ उसकी रणनीति क्या होगी? वरिष्ठ पत्रकार श्रवण गर्ग से बातचीत-
महाराष्ट्र विधानसभा का कार्यकाल इस साल नवंबर में समाप्त हो रहा है, जबकि झारखंड विधानसभा का कार्यकाल 5 जनवरी, 2025 को समाप्त होगा। जानिए, चुनाव आयोग की प्रेस कॉन्फ्रेंस।
महाराष्ट्र में नवंबर में होने वाले विधानसभा चुनावों से पहले सिद्दीकी की हत्या ने राजनीतिक तूफान खड़ा कर दिया है और विपक्षी दलों ने महाराष्ट्र के गृह मंत्री देवेंद्र फडणवीस के इस्तीफे की मांग की है।
महाराष्ट्र में शिंदे सरकार की मीटिंग में 9 अक्टूबर को अच्छा दिन नहीं था। अजित पवार ने फिर से अपनी नाराजगी दिखाई और 10 मिनट बाद ही मीटिंग छोड़कर चले गये। राज्य में जल्द ही विधानसभा चुनाव होने वाले हैं और महायुति में दरारें बढ़ती जा रही हैं।
महाराष्ट्र में कांग्रेस, एनसीपी का शरद पवार गुट और शिवसेना का उद्धव ठाकरे गुट वाले विपक्षी महा विकास अघाड़ी गठबंधन ने महाराष्ट्र की 48 लोकसभा सीटों में से 30 जीतकर सत्तारूढ़ गठबंधन को चौंका दिया था।
क्या बीजेपी हमेशा चुनावी मोड में ही रहती है? हरियाणा विधानसभा चुनाव में जीत के अगले ही दिन प्रधानमंत्री मोदी ने चुनावी अभियान शुरू कर दिया? जानिए, पीएम मोदी ने महाराष्ट्र के लिए क्या घोषणाएँ कीं और कांग्रेस को लेकर क्या कहा।
हरियाणा के नतीजों ने इंडिया गठबंधन में कांग्रेस की स्थिति को कमजोर कर दिया है। महाराष्ट्र और झारखंड में जल्द होने जा रहे विधानसभा चुनावों पर इसका सीधा असर पड़ने जा रहा है। महाराष्ट्र में तो शिवसेना यूबीटी प्रमुख उद्धव ठाकरे की भाषा बदल गई है। पार्टी ने अपने अखबार सामना के जरिये जबरदस्त हमला बोला है।