आबादी के हिसाब से आरक्षण ? नीतीश का वार, बीजेपी पर मार ? आशुतोष के साथ चर्चा में आलोक जोशी, समी अहमद, रविकान्त, कन्हैया भेलारी, विजय त्रिवेदी।
Satya Hindi News Bulletin। सत्य हिंदी समाचार बुलेटिन।भोपाल में हुआ फ्रांस के ख़िलाफ़ भारी विरोध प्रदर्शन ।नीतीश बोले - 10 लाख नौकरियाँ देने के वादा ‘बोगस’ है
बिहार चुनाव में अचानक से आरक्षण का मुद्दा आ गया है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इसे उछाला है। नीतीश कुमार ने जातियों की आबादी के हिसाब से आरक्षण की बात कही है। नीतीश अपने लिए वोटबैंक का जुगाड़ कर रहे हैं या बीजेपी को नुक़सान पहुँचा रहे हैं?
नीतीश को बिहार की राजनीति का चाणक्य कहा जाता है। ऐसा चाणक्य जो बिहार में पिछले पंद्रह सालों से शासन के शीर्ष पर रहा। उनके राजनीतिक चातुर्य का करिश्मा ये है कि बीजेपी और आरजेडी दोनों, उनके नीचे रह कर सरकार में शामिल रहे।
Suniye Sach । पहले चरण में क्यों रहेगा महागठबंधन भारी? रैलियों में बौखलाए हुए क्यों नज़र आ रहे हैं नीतीश कुमार? देखिए वरिष्ठ पत्रकार मुकेश कुमार के साथ।
नीतीश कुमार कभी भी किसी के लिए ग़लत भाषा का इस्तेमाल करते नहीं देखे गए हैं। उन्हें शांत, सोच-समझ कर बोलने वाला राजनीतिज्ञ माना जाता है। लेकिन बीते कुछ दिनों में वह कई बार आपा खो चुके हैं।
‘सत्य हिंदी’ पर शुरू हुआ है जानी-मानी पत्रकार नीलू व्यास का नया शो- Aaj ka Agenda. नीलू अपने इस शो में दिन की तीन बड़ी ख़बरों पर अपने धारदार विश्लेषण के साथ सोमवार से शनिवार शाम 6 बजे उपस्थित होंगी। Satya HindI
Satya Hindi News Bulletin। सत्य हिंदी समाचार बुलेटिन।नीतीश के 8-9 बच्चे वाले बयान पर तेजस्वी : 'PM के 6 भाई-बहन हैं'।फ़रीदाबाद में कॉलेज के बाहर छात्रा की हत्या
Satya Hindi News Bulletin। सत्य हिंदी समाचार बुलेटिन।बीजेपी के विज्ञापन में मोदी का चेहरा, नीतीश का क्यों नहीं?चिराग ने नीतीश को 'भ्रष्टाचार' में जेल भेजने की चेतावनी दी
एलजेपी नेता चिराग पासवान ने अब नीतीश कुमार के ख़िलाफ़ बड़ा आरोप लगा दिया है। उन्होंने कहा है कि यदि उनकी पार्टी सरकार में आती है तो 'भ्रष्टाचार' मामले में नीतीश कुमार को जेल होगी।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बिहार में अपनी पहली चुनावी सभा में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के सामने कहा कि केन्द्र में यूपीए सरकार के रहते नीतीश कुमार को काम नहीं करने दिया जाता था। बकौल मोदी- नीतीश जी के दस साल बर्बाद कर दिये।
तेजस्वी ने कहा कि 10 लाख नौकरी देंगे। नीतीश-बीजेपी ने मजाक उड़ाया। अब बीजेपी 19 लाख नौकरी देगी। सवाल है कि तेजस्वी की नक़ल क्यों कर रहा एनडीए? क्या हवा बदल रही है? आशुतोष के साथ चर्चा में अजीत अंजुम, कमर वहीद नकवी, उर्मिलेश।
Satya Hindi News Bulletin। सत्य हिंदी समाचार बुलेटिन। नाराज़ नीतीश कुमार बोले- ‘वोट नहीं देना है मत दो..’।यूएपीए पर फ़जीहत, यूएन ने भारत को लगाई फटकार
सेक्युलरिज्म को अपनी राजनीति का आधार बताने वाली जेडीयू को आख़िर ऐसी क्या मुसीबत आन पड़ी कि उसने मालेगांव बम धमाकों के अभियुक्त को अपनी पार्टी में शामिल कर लिया।
नीतीश कुमार बिहार की राजनीति में बहुत सुनहरे सपने लेकर सत्ता में आए थे। विधानसभा चुनाव के पहले जब नीतीश कुमार जनता से वादा करते थे कि किसी बिहारी को भूख के कारण बिहार नहीं छोड़ने दूँगा। लेकिन उस सपने का क्या हुआ?
चिराग़ दलित मतदाताओं के दम पर जेडीयू के वोट काटने तक खुद को सीमित नहीं रख रहे हैं। वे बीजेपी के बाग़ी नेताओं को टिकट देकर नीतीश की चुनावी संभावनाओं को गहरा धक्का देने की तैयारी कर चुके हैं। वरिष्ठ पत्रकार मुकेश कुमार की रिपोर्ट
बिहार विधानसभा चुनाव में लोक जनशक्ति पार्टी को रोकने के लिए नीतीश कुमार के पास क्या योजना है?
ये सवाल पिछले दो साल से पूछा जा रहा है कि क्या बीजेपी अब नीतीश को कूड़ेदान में फेंक देगी, मगर प्रेक्षकों का मत है कि अब इसका जवाब मिल गया है। बीजेपी ने चुनाव बाद नीतीश को दरकिनार करने के लिए बिसात बिछा दी है। वरिष्ठ पत्रकार मुकेश कुमार की रिपोर्ट।
पप्पू यादव ने किन नेताओं को कहा फुका हुआ कारतूस? चिराग पासवान और तेजस्वी को लेकर क्या बोले पप्पू यादव? इसके अलावा सुशांत सिंह राजपूत की मौत पर हो रही राजनीति पर क्या बोले पप्पू यादव? देखिए वरिष्ठ पत्रकार विजय त्रिवेदी के साथ जन अधिकार पार्टी के अध्यक्ष और पूर्व सांसद पप्पू यादव की ख़ास बातचीत। Satya Hindi
कारोबारी सुगमता रैंकिंग में बिहार फिसड्डी साबित हुआ है। बिहार को इस रैंकिंग में 26वाँ स्थान मिला है। नीतीश कुमार क्यों स्थिति नहीं सुधार पाए? इस मोर्चे पर सरकार की विफलता क्या चुनाव पर कोई असर डालेगी?
बिहार की बदहाल शिक्षा व्यवस्था की खामियाँ लगातार उजागर होती रही हैं। नीतीश कुमार सुशासन लाने का ढोल पीटते रहे हैं, लेकिन इस मोर्चे पर सरकार की विफलता क्या चुनाव पर कोई असर डालेगी?
कोरोना संकट ने बिहार की बदहाल स्वास्थ्य व्यवस्था की खामियाँ एक बार फिर उजागर कर दी हैं। नीतीश कुमार सुशासन लाने का ढोल पीटते रहे हैं, लेकिन इस मोर्चे पर सरकार की विफलता क्या चुनाव पर कोई असर डालेगी?
बिहार विधानसभा चुनाव 2020 में नीतीश किस आधार पर वोट माँगेंगे? वह पंद्रह साल से सत्ता में हैं। वह बिहार को क्या स्वर्ग बना पाये? कैसी रही नीतीश सरकार की क़ानून-व्यवस्था?
बिहार विधानसभा का चुनाव दो गठबंधनों के बीच ही तय मालूम पड़ता है लेकिन इसमें यशवंत सिन्हा के नेतृत्व में तीसरा कोण भी उभरने की कोशिश कर रहा है। वह किनको ज़्यादा नुक़सान पहुँचाएँगे?
कोरोना संकट के समय अगर किसी सरकार ने अपने राज्य के लोगों को लेकर सबसे उदासीन, बल्कि नकारात्मक रवैया दिखाया है तो वह है बिहार की नीतीश कुमार सरकार।
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने एक बार फिर कहा है कि फंसे हुए छात्रों और मज़दूरों को निकाल कर गृह राज्य ले जाना ग़लत है।