पूर्व केंद्रीय मंत्री और बीजेपी नेता यशवंत सिन्हा ने कहा है कि वह सिर्फ़ नाम के मुख्यमंत्री होंगे। यशवंत सिन्हा ने कहा है कि बीजेपी दुश्मन को तो छोड़िए दोस्त तक को बेजान करके छोड़ती है।
जेडीयू के मुखिया नीतीश कुमार ने सोमवार को एक बार फिर बिहार के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली।
एनडीए की चौथी पारी में करोड़ों युवाओं की नौकरी और आर्थिक तरक्की की आकांक्षाओं का क्या होगा? क्या नीतीश कुमार बीजेपी के 19 लाख नौकरियों के वादे को पूरा करेंगे?
सुशील कुमार मोदी उप मुख्यमंत्री बनेंगे या नहीं, इस पर अटकलें लगाई ही जा रही थीं कि तारकिशोर प्रसाद को विधानमंडल दल का नेता चुन कर बीजेपी ने राज्य में बड़े हेरफेर के संकेत दिए हैं।
बिहार की राजधानी पटना में चल रही बैठक में नीतीश कुमार को जनता दल यूनाइटेड के विधायक दल का नेता चुन लिया गया है। इसके साथ ही नीतीश कुमार के एक बार फिर मुख्यमंत्री बनने का रास्ता साफ हो गया है।
सरकार गठन की रणनीति में जुटे बिहार एनडीए के घटक दलों के प्रमुख नेताओं की शुक्रवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के सरकारी आवास पर बैठक हुई। इस मामले में रविवार को बैठक होगी।
बिहार विधानसभा चुनाव नतीजे आने के बाद चौथी बार मुख्यमंत्री बनाए जाने की अटकलों के बीच नीतीश कुमार ने कहा है कि उन्होंने इस पद के लिए कोई दावा नहीं किया है। उन्होंने साफ़ किया है कि इस पर एनडीए फ़ैसला लेगा।
Suniye Sach। नीतीश को क्यों मुख्यमंत्री बना रही बीजेपी? क्या ऐसे पैकेजों से ठीक हो जाएगी देश में आई ऐतिहासिक मंदी? Satya Hindi
ख़ुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नीतीश को ही बिहार में एनडीए का चेहरा बताया है। लेकिन नीतीश की इस कुर्सी पर फिर से न बैठने की इच्छा व्यक्त करने का क्या सियासी मतलब है।
बिहार चुनाव में नीतीश हारे, बीजेपी जीती । आरजेडी की हार का कारण ? आशुतोष ने की CSDS के डायरेक्टर और मशहूर सेफोलाजिस्ट संजय कुमार से बात ।
बिहार में एक बार फिर नीतीश कुमार मुख्यमंत्री होंगे, भले इस बार उनकी सीटें बीजेपी के मुक़ाबले बहुत कम हैं। बीजेपी ने सारी अटकलों को ख़ारिज करते हुये कहा है कि चुनाव नीतीश की अगुवाई में लड़ा गया और वही मुख्यमंत्री होंगे।
बिहार विधानसभा चुनाव 2020 के तीन चरणों के अंतिम चरण में शनिवार को 15 ज़िलों की 78 सीटों पर मतदान हो रहा है। क्या एनडीए महागठबंधन को पछाड़ पाएगा?
बिहार के चुनाव में बीजेपी-जेडीयू गठबंधन में जगह-जगह पर वैचारिक टकराव के साथ तालमेल में कमी नजर आ रही है। वहीं आरजेडी-कांग्रेस-वामदलों का गठजोड़ पूरे दमखम के साथ मैदान में है।
बिहार विधानसभा चुनाव 2020 के तीसरे चरण में विकास और जातीय समीकरण सीमांचल की वोट चर्चा के अहम हिस्सा नज़र आते हैं लेकिन बदलाव की चाहत इन पर भारी दिखती है।
जिस किशनगंज में एक दिन पहले नीतीश कुमार कह रहे थे कि ‘कोई किसी को नहीं भगा सकता’, उसी किशनगंज में अगले दिन चुनाव प्रचार के अंतिम दिन नीतीश कह गये- ‘यह मेरा अंतिम चुनाव है। अंत भला तो सब भला।’
क्या मुसलमान वोटर नीतीश को देगा वोट ?आशुतोष के साथ चर्चा में आलोक जोशी, विजय त्रिवेदी, जावेद अंसारी, फैज़ल अली, सतीश के सिंह, उत्तम सेन गुप्ता!
Suniye Sach। अर्णब को हाईकोर्ट से नहीं मिली राहत, कल फिर होगी सुनवाई ।नीतीश ने योगी की बात को फालतू बताया, एनडीए में घमासान
बिहार में चुनाव प्रचार ख़त्म होने के साथ ही राज्य की हुक़ूमत के मुखिया नीतीश कुमार ने एक नई बहस को जन्म दे दिया है।
बिहार चुनाव प्रचार में बीजेपी और जेडीयू में वैचारिक खाई साफ़ तौर पर दिखने लगी है। योगी आदित्यनाथ ने जब सीएए का ज़िक्र कर कहा कि घुसपैठिए को बाहर निकालेंगे तो नीतीश कुमार ने इस तरह की बातों को 'फालतू बात' क़रार दे दिया है।
Satya Hindi News Bulletin। सत्य हिंदी समाचार बुलेटिन। बिहार चुनाव : मुख्यमंत्री नीतीश पर प्याज फेंका ।बिहार में लगभग 54 फीसदी पड़े वोट
बिहार विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण में 17 ज़िलों की 94 विधानसभा सीटों पर आज मतदान है। इस चरण में 1463 प्रत्याशियों के भाग्य का फ़ैसला होगा जिनमें 146 महिलाएं हैं। क़रीब 2.85 करोड़ मतदाता वोट करेंगे।
बिहार में दूसरे दौर का मतदान । कौन मारेगा बाज़ी नीतीश या तेजस्वी ? आशुतोष के साथ चर्चा में मनीषा प्रियम, कन्हैया भेलारी, समी अहमद, सतीश के सिंह, आलोक जोशी ।Satya Hindi
तेजस्वी यादव एक नए हुंकार के साथ खड़े हुए हैं। चुनाव की बिसात पर वो अपने पिता लालू यादव के आरंभिक दिनों की तरह एक चतुर खिलाड़ी के जैसे आत्मविश्वास से भरे दिखाई दे रहे हैं। क्या नीतीश को हरा पाएँगे?
नीतीश कुमार के ख़िलाफ़ इस समय एक ज़बरदस्त माहौल है। नीतीश को देश में ग़ैर-कांग्रेसी और ग़ैर-भाजपाई विपक्ष के किसी संभावित गठबंधन के लिहाज़ से क्या कमज़ोर होते देखना ठीक होगा?
बिहार के मुख्यमंत्री को शायद समझ में नहीं आया कि लम्बे समय तक शासन में रहने के अपरिहार्य दोष के रूप में पैदा हुए सामंती अहंकार का विस्तार लोकप्रियता के उल्टे अनुपात में होता है।
बिहार विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण में सबसे अधिक 94 सीटों पर तीन नवंबर को मतदान होना है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के जदयू के लिए सबसे महत्वपूर्ण चरण माना जा रहा है क्योंकि इसमें उसकी सबसे अधिक जीती हुई सीटें हैं।