गांधी जयंती के ठीक पहले मालूम हुआ कि छत्तीसगढ़ सरकार ने स्कूली पाठ्यचर्या में गांधी को शामिल करने का फ़ैसला किया है। बयान में कहा गया कि शहरी और ग्रामीण, दोनों ही क्षेत्रों के स्कूलों में 5वीं से 12वीं तक के छात्रों को गांधी की बुनियादी शिक्षाओं से परिचित कराया जाएगा। मक़सद यह है कि उनके माध्यम से छात्र आत्मनिर्भरता का पाठ पढ़ सकें। उनके व्यक्तित्व का चहुँमुखी विकास भी हो सके। साथ ही यह भी कहा गया है कि छात्रों को सरकार की सुरजी गाँव योजना के बारे में भी बताया जाएगा जिसे  'नरवा, गरवा, घुरुवा, बाड़ी' के नाम से भी जाना जाता है।