इसके कारण रेल यातायात प्रभावित हुआ है। इसका सबसे ज्यादा असर झारखंड में देखने को मिल रहा है। सुबह से ही रेल और रास्ता रोकने का आंदोलन विभिन्न जिलों में देखने को मिला। धनबाद जिलें में तो आंदोलन के कारण धारा 144 लगाना पड़ा।
इस्तीफा देते हुए उन्होंने कहा है कि वह वर्तमान परिस्थितियों में" पार्टी के साथ काम नहीं कर सकते। ध्रुवीकरण, वोट-बैंक की राजनीति और विभाजनकारी राजनीति ने पश्चिम बंगाल में पार्टी की संभावनाओं को बर्बाद कर दिया है।
2024 में प्रस्तावित लोकसभा चुनाव को लेकर सरगर्मियाँ तेज हो गई हैं। इन्हीं सरगर्मियों के बीच तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ममता ने चुनाव को लेकर बड़ा दावा किया है। जानिए, उन्होंने क्या कहा है।
क्या पश्चिम बंगाल की ममता सरकार पर कुछ ख़तरा है? ऐसा नहीं है तो फिर बीजेपी सांसद क्यों कह रहे हैं कि पाँच माह में सरकार गिर जाएगी? जानें टीएमसी ने क्या जवाब दिया।
पश्चिम बंगाल में हुए पंचायत चुनाव में वोटो की गिनती जारी है। अभी तक जो नतीजे आए हैं, उससे लगता है कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की पार्टी भारी जीत की ओर बढ़ रही है।
विपक्षी एकता के प्रयासों के बीच तृणमूल प्रमुख ममता बनर्जी ने कहा है कि टीएमसी पश्चिम बंगाल में बीजेपी-सीपीएम-कांग्रेस को हराएगी? तो सवाल है कि विपक्षी एकता कैसे होगी?
पश्चिम बंगाल पंचायत चुनाव में कांग्रेस और टीएमसी कार्यकर्ताओं में सीधे टकराव की खबरें हैं। कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने आज शनिवार को राज्य सरकार के खिलाफ प्रदर्शन भी किया। ऐसे में ममता बनर्जी के 23 जून की विपक्षी दलों की बैठक में जाने पर तमाम सवाल उठ रहे हैं।