अरविंद मोहन वरिष्ठ पत्रकार हैं और समसामयिक विषयों पर लिखते रहते हैं।
भारत में घटती आय और आर्थिक दबाव का असर अब शराब की खपत पर भी दिख रहा है। रिपोर्टों के अनुसार शराब बिक्री में गिरावट दर्ज की गई है। जानें क्या हैं इसके सामाजिक और आर्थिक कारण।
क्या ऑपरेशन सिंदूर आतंकवाद के खिलाफ भारत की निर्णायक कार्रवाई साबित हुआ? जानिए इस सैन्य अभियान से भारत को क्या रणनीतिक, सैन्य और राजनीतिक हासिल हुआ।
ट्रंप की टैरिफ़ नीति से वैश्विक व्यापार पर गहरा असर पड़ा है। क्या यह एक रणनीतिक चाल है या लापरवाह नेतृत्व का प्रतीक? जानिए इस संकट के असर और उसके दूरगामी परिणाम।
दक्षिणपंथी संगठनों और नेताओं में गांधीजी को लेकर अचानक चिंता क्यों बढ़ गई है? क्या यह विचारधारा की नई लड़ाई है या फिर गांधीजी की विरासत को कमजोर करने की साजिश? पढ़ें पूरी रिपोर्ट।
बिहार में वर्षों से आरक्षण राजनीति का केंद्र रहा है। भाजपा हिंदू एकता और ध्रुवीकरण की रणनीति अपना रही है, लेकिन क्या मंडल की नई लहर उसकी तैयारियों पर पानी फेर देगी?
बिहार की राजनीति में दशकों से वही पुराने चेहरे हावी हैं, लेकिन क्या वे नई चुनौतियों का सामना कर पाएंगे? क्या राज्य को नए नेतृत्व की जरूरत है? जानिए इस विश्लेषण में।
मोदी और ट्रंप की आर्थिक नीतियां कैसे व्यापारिक हितों से जुड़ी हैं? जानिए भारत-अमेरिका व्यापार संबंधों, निवेश और राजनीतिक प्रभाव का विश्लेषण।
बिहार चुनाव से पहले बीजेपी और आरएसएस पश्चिम बंगाल पर फोकस कर रहे हैं? क्या यह रणनीति चुनावी समीकरण बदल सकती है? जानिए इसके पीछे की राजनीति।
बीमा क्षेत्र के निजीकरण के पीछे की वजह और इसके प्रभाव को समझें। जानें यह नीति आम लोगों और अर्थव्यवस्था को कैसे प्रभावित करेगी।
दिल्ली चुनाव में इस बार जितनी आप के लिए ‘करो या मरो’ की स्थिति है उतनी ही बीजेपी के लिए भी। कांग्रेस के लिए भी दाँव पर कम नहीं लगा है। तो फिर वे वास्तविक चुनावी मुद्दे क्यों नहीं उठा रहे हैं?
भारतीय अर्थव्यवस्था में हलचल क्यों है? क्या बाज़ार की स्थिति अभी ख़राब है? शेयर बाज़ार में कोहराम क्यों मचा है?
बीजापुर में बारूदी सुरंगों में विस्फोट कराके नक्सलियों ने स्थानीय स्तर पर तैयार दो बलों के आठ लोगों को मार दिया तब अमित शाह ने कहा था कि हम बस्तर से नक्सलवाद ख़त्म करके रहेंगे। तो सवाल है कि आख़िर यह कैसे ख़त्म होगा?
अमेरिका में एच-1बी वीजा को लेकर जो चल रहा है उससे भारत पर क्या असर पड़ेगा? क्या अमेरिका में नौकरी करने वाले भारतीय लोगों के लिए यह अच्छी ख़बर है?
2019 के आम चुनाव से पहले रोहित वेमुला के मुद्दे पर बीजेपी दलितों के ग़ुस्से झेल रही थी, लेकिन जब चुनाव नतीजे आए तो कहा गया कि दलितों का वोट बीजेपी से नहीं छिटका। अब क्या आंबेडकर मुद्दे को मैनेज करना बीजेपी के लिए इतना आसान होगा?
ईवीएम के मुद्दे और इंडिया गठबंधन के नेतृत्व के मसले पर सहयोगियों में रार क्यों है? कांग्रेस और राहुल पार्टी संगठन और इंडिया गठबंधन के सांगठनिक स्वरूप पर ध्यान क्यों नहीं देते?
दिल्ली विधानसभा चुनाव में उन दलों के बीच मुक़ाबला है जो हमेशा चुनावी मोड में रहते हैं। तो चुनाव की तारीखों की घोषणा से पहले तैयारियों में कौन आगे है- आप या बीजेपी?
हेमंत सोरेन की झारखंड चुनाव जीतने से भी बड़ी सफलता क्या है? जानिए, अलग-अलग कबीलों में अब तक बंटे रहे झारखंड के आदिवासी समाज को लेकर उनका योगदान क्या रहा।
भारत में तेजी से ई-कॉमर्स के बढ़ने का असर क्या हो रहा है? पढ़िए, ई-कॉर्मस के बाज़ार का पूरा खेल क्या है और सरकार इस रणनीति पर क्यों चल रही है।
चुनाव जीतने के लिए राजनीतिक दलों द्वारा की गई घोषणाओं को आख़िर फ्रीबीज या रेवड़ी क्यों कहा जा रहा है?
झारखंड और महाराष्ट्र में विधानसभ चुनाव के लिए चुनाव प्रचार चल रहा है। लेकिन सवाल है कि आख़िर बीजेपी के नेतृत्व वाला गठबंधन बाजी मारेगा या फिर कांग्रेस के नेतृत्व वाला इंडिया गठबंधन?
वित्त मंत्रालय के ताज़ा आँकड़े बताते हैं कि अर्थव्यवस्था में मंदी या सुस्ती का प्रवेश हो चुका है। आंकड़े बताते हैं कि गांवों में तो उपभोक्ता वस्तुओं की मांग बनी हुई है लेकिन शहरी मांग घटती जा रही है। तो क्या अब लक्ष्मीजी बेड़ा पार करेंगी?
पहले आँध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने ज़्यादा बच्चे पैदा करने की बात कही तो अब तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने कहा है कि जब लोकसभा निर्वाचन क्षेत्रों में कमी आ रही है तो कम बच्चे पैदा करने तक सीमित क्यों रहें?
कार को कबाड़ मानकर तोड़ना, गलाना और उसके मुट्ठी भर धातुओं का दोबारा इस्तेमाल करना ठीक है या किसी तरह उसमें इस्तेमाल हुई चीजों का तब तक अधिकतम इस्तेमाल किया जाए जब तक वे ज्यादा प्रदूषण फैलाकर हमारे लिए ख़तरा न बन जाएँ?
हरियाणा और जम्मू कश्मीर विधानसभाओं- दोनों चुनावों के परिणाम कांग्रेस के लिए क्या बड़ा झटका नहीं है? आख़िर ऐसे नतीजों के पीछे क्या वजह है?
भारत की विदेश नीति किस दिशा में जा रही है? भारत के पड़ोसी देशों से ही रिश्ते बिगड़े हैं या बने हैं? आख़िर एक एक कर पड़ोसी दूर जाते क्यों दिख रहे हैं?
अपनी यात्रा से जम्मू-कश्मीर के माहौल को गरमाने वाले राहुल वहां हो रहे चुनाव में उस तरह उपस्थित क्यों नहीं रहे हैं? यह सवाल हरियाणा चुनाव पर भी लागू होता है।