यह सही है कि श्रीलंका के राष्ट्रपति चुनाव में वामपंथी और उग्र राष्ट्रवाद के नाम पर भारत के ख़िलाफ़ आग उगलने वाले अनुरा दिसानायके के जीतने की संभावनाएं साफ होने के साथ ही भारत सरकार ने उन्हें दिल्ली आने का न्यौता दिया था और तब विदेश मंत्री जयशंकर समेत कई प्रमुख लोगों के साथ उनकी बातचीत हुई थी। लेकिन इसी बातचीत से उनके तेवर बदले और चुनाव में उन्होंने जनता विमुक्ति पेरामुना वाले पुराने तेवर बदले और कुछ नई बातें कहीं, यह दावा नहीं किया जा सकता।