अयोध्या में राम मंदिर के भूमि पूजन के बाद अब 2022 में होने वाले उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव और 2024 के लोकसभा चुनाव तक फिर से माहौल को राममय बनाने की तैयारी है।
उत्तर प्रदेश सुन्नी सेंट्रल वक्फ बोर्ड ने अयोध्या में आवंटित की गई पाँच एकड़ ज़मीन पर मसजिद निर्माण के लिए इंडो इस्लामिक कल्चरल फ़ाउंडेशन ट्रस्ट के नौ सदस्यों के नामों की घोषणा कर दी।
बनारस में गंगा तट पर पूजा और आरती के साथ ही किसी भी धार्मिक-सामाजिक आयोजन पर टैक्स लगा दिया गया है। इतना ही नहीं, बनारस में गंगाघाट पर छतरी ले बैठने वाले पुरोहितों-पंडों को भी अब सालाना पंजीकरण शुल्क देना होगा।
अयोध्या आंदोलन के प्रमुख संतों की ओर से भेंट की गयी 40 किलो चाँदी की राम शिला के साथ प्रमुख लोगों की मौजूदगी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 5 अगस्त को अयोध्या में राम मंदिर की बुनियाद रखेंगे।
कानपुर के बिकरू गाँव में हुए 8 पुलिस वालों की हत्या और अभियुक्त विकास दुबे सहित छह लोगों के पुलिस मुठभेड़ में मारे जाने पर सुप्रीम कोर्ट ने योगी सरकार को फटकार लगायी है।
उम्भा नरसंहार की पहली बरसी पर कांग्रेस ने जहाँ श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया, वहीं गाँव के लोगों ने शहीदों की तसवीरें लेकर मार्च निकालने का कार्यक्रम रखा।
आठ पुलिस वालों की हत्या करने वाले विकास दुबे और उसके पाँच साथियों के एनकाउंटर के बाद बिकरू गाँव में लूटे गए हथियार बरामद करने के पुलिस के दावे पर भी सवाल खड़े हो गए।
दिवंगत सीओ, बिल्हौर देवेन्द्र मिश्रा ने कानपुर के एसएसपी को पत्र लिखकर साफ कहा था कि चौबेपुर के थाना अध्यक्ष विनय तिवारी का मिलना-जुलना विकास दुबे से है और उनकी शह से यह अपराधी आतंक फैला रहा है।
उत्तर प्रदेश में भयमुक्त समाज और अपराध मुक्त प्रदेश के नारे के साथ सत्ता में आयी योगी सरकार की चूलें ताबड़तोड़ हो रही हत्याओं ने हिला दी है। अकेले गुरुवार और शुक्रवार सुबह तक आठ पुलिसवालों सहित डेढ़ दर्जन लोग मारे जा चुके हैं।
दिव्या अवस्थी ने ग्राम समाज की जमीन पर अवैध कब्जे की ख़बर लिखने और उसे सोशल मीडिया पर शेयर करने को लेकर शुभममणि को कई बार धमकाया था और फिर उनकी हत्या करा दी।
उत्तर प्रदेश में अपने बेबाक बोलों के लिए सेवाकाल में और रिटायरमेंट के बाद भी चर्चित रहे डॉ. सूर्य प्रताप सिंह पर योगी सरकार ने इसलिए मुक़दमा ठोक दिया है क्योंकि उन्होंने एक सवाल पूछ लिया।
प्रियंका गाँधी ने उत्तर प्रदेश में 69000 शिक्षकों की भर्ती में धांधली को लेकर योगी सरकार पर ज़ोरदार हमला बोलते हुए इसे व्यापमं घोटाले जैसा घोटाला क़रार दिया है।
कोरोना संकट और लॉकडाउन के दौरान भी यूपी में पत्रकारों पर सरकारी कहर जारी है। बीते दो महीनों में कई पत्रकारों के उत्पीड़न की घटनाएँ सामने आने के बाद फतेहपुर ज़िले में गंगा व यमुना नदियों में जल सत्याग्रह किया।