संविधान और लोकतंत्र की धज्जियाँ उड़ाने वाले राज्यपालों से कैसे निपटा जा सकता है? आरिफ़ मोहम्मद ख़ान, भगत सिंह कोशियारी, वी.के. श्रीवास्तव जैसे कठपुतली राज्यपालों के साथ क्या सलूक किया जाना चाहिए? क्या विपक्षी दल साझी रणनीति बनाकर राज्यपालों को मर्यादा में रहने को विवश कर सकते हैं?
गुजरात में मुख्यमंत्री पद के लिए मोदी और केजरीवाल दोनों की लोकप्रियता बराबर कैसे और क्यों है? पिछले कुछ महीनों में ही केजरीवाल ने इतनी लंबी छलाँग कैसे लगाई?
मोरबी में पुल के टूटने से मौतों पर दुखी होना स्वाभाविक है मगर प्रधानमंत्री मोदी पश्चिम बंगाल में इसी तरह का हादसा होने पर भावुक क्यों नहीं हुए? उन्होंने बंगाल के हादसे को फ्रॉड क्यों बताया? क्या उनके लिए चुनाव ही सर्वोपरि हैं इसलिए वे बंगाल में एक प्रतिक्रिया देते हैं और गुजरात में दूसरी? क्या इससे उनका सत्ता-प्रेम और दोहरापन फिर से उजागर नहीं हो गया है?
सांप्रदायिक प्रोग्राम के लिए न्यूज़18 पर पचास हज़ार का जुर्माना क्या काफ़ी है? क्या सांप्रदायिक ऐंकरिंग करने वाले अमन चोपड़ा को कड़ा दंड नहीं मिलना चाहिए? आख़िर अमन चोपड़ा जैसे ऐंकरों को चैनल रखते क्यों हैं? बार-बार ज़हर फैलाने की हरकतों के बावजूद उन्हें बाहर का रास्ता क्यों नहीं दिखाते?
कांग्रेस गुजरात में चुनाव लड़ती क्यों नहीं दिख रही? गांधी परिवार के किसी सदस्य ने अभी तक एक भी सभा क्यों नहीं की? शीर्ष नेतृत्व ने गुजरात चुनाव को अनाथ क्यों छोड़ दिया है? क्या खड़गे भी यही रवैया अपनाएंगे या फिर चुनाव अभियान को गति देंगे? क्या काँग्रेस की रणनीति अब बदलेगी?
ऋषि सुनक के ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बनने की घोषणा पर जश्न कौन लोग मना रहे हैं? इस जश्न के पीछे एजेंडा क्या है, राजनीति क्या है? क्या सुनक के भारतवंशी होने के बजाय हिंदू होने को सेलिब्रेट किया जा रहा है? वे लोग इस प्रश्न पर क्यों बौखलाए हुए हैं कि क्या भारत में कभी मुस्लिम प्रधानमंत्री बन सकता है?
मल्लिकार्जुन खड़गे के अध्यक्ष बनने से काँग्रेस पर क्या फ़र्क पड़ेगा? क्या अब वह बीजेपी से लड़ने के लिए तैयार हो गई है? क्या अब वह ज़्यादा आक्रामकता के साथ बीजेपी को जवाब दे पाएगी? क्या पार्टी में एकजुटता बढ़ेगी? क्या गाँधी परिवार पर उसकी निर्भरता कम होगी? गाँधी परिवार की पार्टी पर पकड़ पर क्या अब अंतर आएगा?
अमित शाह बार-बार नीतीश पर हमले क्यों कर रहे हैं? क्या उन्हें नीतीश की नई भूमिका से डर लगने लगा है? क्या उन्हें लग रहा है कि नीतीश को ध्वस्त किए बिना 2024 नहीं संभलेगा? क्या नीतीश कुमार शाह के हमलों का माकूल जवाब दे रहे हैं? क्या उनका इतना कहना काफ़ी है कि शाह का तज़ुर्बा केवल बीस साल का है?
वीएचपी की रैली में कथित संतों के क़त्ले आम के आह्वान पर मोदी सरकार चुप क्यों है? बीजेपी और संघ परिवार क्या मारकाट के इस आव्हान से सहमत हैं? क्या बीजेपी सांसद द्वारा मुसलमानों के पूरे बहिष्कार की अपील को वे जायज़ ठहराएंगे? क्या प्रधानमंत्री गृहयुद्ध को बुलाने वाले इन बयानों पर चुप रहेंगे या कुछ करेंगे?
क्या दिग्विजय सिंह को काँग्रेस अध्यक्ष पद के चुनाव का गंभीर उम्मीदवार माना जा सकता है? क्या गाँधी परिवार सचमुच में उन्हें अपना उम्मीदवार बना सकता है? अगर दिग्विजय सिंह को अध्यक्ष चुना गया तो काँग्रेस को उससे नुक़सान होगा या फ़ायदा?
पंजाब पैटर्न पर खड़े हुए राजस्थान संकट का काँग्रेस पर कितना असर पड़ेगा? क्या अंदरूनी लड़ाई की वज़ह से काँग्रेस अगले साल राजस्थान भी गँवा देगी? क्या गाँधी परिवार ने एक और राज्य की राजनीति को साधने में नाकामी दिखाकर पार्टी का भारी नुक़सान करवा दिया है?
हिजाब के ख़िलाफ़ ईरानी महिलाओं का गुस्सा क्या रंग लाएगा? क्या ईरानी सरकार को आख़िरकार घुटने टेकने पड़ेंगे या फिर वह पहले की तरह दमन का रास्ता अख़्तियार करेगी? ईरानी औरतों में हिजाब को लेकर क्यों फूटा गुस्सा? क्या इसकी वजह 22 वर्षीय महसा अमीनी की हिरासत में मौत है या फिर ईरानी महिलाओं के अंदर हिजाब को लेकर गुस्सा भरा हुआ था?
भारत जोड़ो को विफल करने के लिए बीजेपी का काँग्रेस तोड़ो अभियान कहाँ तक जाएगा? क्या काँग्रेस के पास इस तोड़-फोड़ का कोई जवाब है? काँग्रेस को छोड़िए, क्या कोई भी पार्टी अंधाधुंध रिश्वतखोरी और ब्लैकमेलिंग का मुक़ाबला कर सकी है?
क्या बीजेपी शिवसेना के बाद एनसीपी को तोड़ने की कोशिश कर रही है? क्या एक बार फिर अजित पवार उसके मोहरे बनेंगे? क्या मोदी सरकार फिर से ईडी और सीबीआई के ज़रिए उन पर दबाव बना रही है? आख़िर राष्ट्रवादी काँग्रेस पार्टी के सम्मेलन से बीच में अजित पवार का जाना क्या कहता है?
राहुल गाँधी मीडिया पर क्यों बरस रहे हैं? वे ये शिकायत क्यों कर रहे हैं कि मीडिया विपक्ष को कवरेज नहीं देता? क्या मीडिया भारत जोड़ो यात्रा को नज़रंदाज़ कर रहा है? क्या वह बीजेपी के साथ जुगलबंदी करके यात्रा को फेल करने में लगा है?
बीफ़ के बहाने रणबीर कपूर और उनकी फिल्म ब्रम्हास्त्र पर हमला करने वाले कौन हैं? क्या इसके पीछे सांप्रदायिक राजनीति करने वाले हैं? क्या फिल्म इंडस्ट्री की राजनीति कुछ ख़ास लोगों को टारगेट कर रही है?
कन्याकुमारी से कश्मीर तक की भारत जोड़ो यात्रा क्या राहुल गाँधी की इमेज को बदल पाएगी? क्या ये यात्रा काँग्रेस के अंदर राहुल गाँधी की स्वीकार्यता बढ़ा पाएगी? क्या वे नरेंद्र मोदी के सामने मुख्य चैलेंजर के तौर पर उभर पाएंगे? अगर यात्रा सफल हुई तो क्या विरोध करने वाले दूसरे विपक्षी दलों को भी उन्हें स्वीकारना पड़ जाएगा? क्या ये यात्रा काँग्रेस को एक बड़ी लड़ाई के लिए तैयार कर पाएगी?
बीजेपी और उसकी सरकार ने एक महीने से दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के भ्रष्ट होने का हल्ला मचा रखा है मगर अब तक उनकी गिरफ़्तारी क्यों नहीं हुई? क्या सिसोदिया को गिरफ़्तार न किए जाने के पीछे कोई और राजनीति काम कर रही है?
नीतीश का दिल्ली दौरा क्या मोदी के लिए ख़तरे की घंटी है? क्या नीतीश इस दौरे से मोदी की घेरेबंदी की ठोस शुरुआत कर पाएंगे? क्या विपक्षी दल उनकी इस मुहिम का साथ देंगे? कांग्रेस इस मुहिम को कैसे देख रही है? क्या वे राहुल गाँधी की भारत जोड़ो यात्रा में शामिल होंगे? ममता बैनर्जी और के. चंद्रशेखर राव जैसे नेताओं को वे कैसे साधेंगे?
भारत का दुनिया की पाँचवी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था कितनी बड़ी उपलब्धि है? भारत ब्रिटेन से आगे कैसे निकला? क्या ये मोदी की आर्थिक नीतियों की वज़ह से हुआ? इस घटना से क्या साबित होता है? क्या भारत पहले के मुक़ाबले ज़्यादा खुशहाल, समृद्ध हो गया है? क्या भारत की जीडीपी और प्रति व्यक्ति आय में बढ़ोतरी हो गई है?
केजरीवाल की असली लड़ाई किससे है- मोदी से या कांग्रेस से? अगर मोदी से है तो वे काँग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा पर पलीता लगाने के लिए उसी दिन अपना कार्यक्रम क्यों शुरू कर रहे हैं क्या ऐसा करके वे मोदी की मदद नहीं कर रहे हैं?
गुजरात के कारोबारी गौतम अडानी दुनिया के तीसरे सबसे अमीर आदमी कैसे बने? इसके पीछे उनका कारोबारी हुनर है या फिर मोदी जी का मैजिक? क्या बिना मोदी की मदद के अडानी इस मुकाम पर पहुंच सकते थे?
काँग्रेस छोड़ने वाले तमाम नेता राहुल गाँधी पर ही क्यों बरस रहे हैं? ये नेता राहुल गाँधी की नेतृत्व शैली से नाराज़ हैं या फिर महत्वपूर्ण भूमिका न मिलने से? क्या ये नेता किसी और के इशारे पर राहुल गाँधी पर हमले कर रहे हैं? क्या अब राहुल के हटने से ही काँग्रेस बचेगी? क्या ऐसे नाराज़ नेताओं का पार्टी से निकल जाना उसके लिए अच्छा है
क्या बीजेपी ने मनीष सिसोदिया को पार्टी तोड़कर साथ आने का न्यौता दिया था? क्या मनीष सिसोदिया के ख़िलाफ़ सीबीआई इसीलिए लगाई गई थी कि वे घबराकर केजरीवाल का साथ छोड़ दें? क्या केजरीवाल और सिसोदिया के आक्रामक रवैये ने बीजेपी के ऑपरेशन कमल को फेल कर दिया है?