किसानों के मार्च की घोषणा होने के तुरन्त बाद सरकार ने फ़सलों का न्यूनतम समर्थन मूल्य इस उम्मीद में बढ़ाया था कि इससे वे संतुष्ट हो जाएंगे। पर ऐसा नहीं हुआ और उन्होंने दिल्ली पहुँच कर प्रदर्शन किया। इससे यह साफ़ हो जाता है कि सरकार की घोषणा से किसानों को राहत नहीं मिली।
इस साल जुलाई में सरकार ने कई फ़सलों का समर्थन मूल्य बढ़ाया था। सोयाबीन, मक्का, गेहूं, ज्वार समेत कई फ़सलों की कीमतें बढ़ाई गईं। पर इससे फ़ायदा नहीं हुआ और किसानों को उससे कम दाम पर अपने उत्पाद बेचने पड़े।
एमएसपी बढ़ाने के ऐलान के बावजूद किसान क्यों हैं परेशान?
- आन्दोलन
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- 30 Nov, 2018

केंद्र सरकार ने इस साल ही न्यूनतम समर्थन मूल्य बढ़ाने की घोषणा की थी, पर किसान परेशान हैं। क्या एमएसपी से उन्हें ख़ास फ़ायता नहीं होता है?


























