अमेरिकी राजनीति में एक नया मोड़ आया है। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के क़रीबी रहे, टेस्ला और स्पेसएक्स जैसे दिग्गज उद्यमों के मालिक एलन मस्क अब उनके खिलाफ खड़े हो गए हैं। 5 जुलाई 2025 को मस्क ने 'अमेरिका पार्टी' नाम से एक नई राजनीतिक पार्टी के गठन की घोषणा की। यह ऐलान अमेरिका के 250वें स्वतंत्रता दिवस के ठीक एक दिन बाद हुआ, जिसने राजनीतिक हलकों में हलचल मचा दी। लेकिन सवाल यह है कि क्या अमेरिका की राजनीति में तीसरी पार्टी के लिए कोई जगह है जो रिपब्लिकन और डेमोक्रेटिक पार्टियों में बँटी हुई है?

मस्क की नई पार्टी

4 जुलाई 2025 को अमेरिका ने अपना 250वां स्वतंत्रता दिवस मनाया। उसी दिन एक विवादास्पद बिल, 'वन बिग ब्यूटीफुल बिल', पास हुआ, जो रक्षा और सीमा सुरक्षा पर खर्च बढ़ाता है, और कल्याणकारी कार्यक्रमों में कटौती करता है। ख़ासकर स्वास्थ और शिक्षा पर होने वाले सरकारी खर्च में कमी आ सकती है। एलोन मस्क ने इस बिल को 'पागलपन भरा खर्च' करार दिया था। उनका दावा है कि यह अमेरिका का कर्ज 3.3 ट्रिलियन डॉलर तक बढ़ा सकता है। मस्क ने अपने वादे के मुताबिक X प्लेटफॉर्म पर 'अमेरिका पार्टी' के गठन की घोषणा की। 

मस्क का कहना है कि उनकी पार्टी का मुख्य उद्देश्य अमेरिकी नागरिकों को उनकी "स्वतंत्रता वापस दिलाना" और डेमोक्रेटिक-रिपब्लिकन की "मिलीभगत वाली एकपक्षीय व्यवस्था" को तोड़ना है। उन्होंने एक X सर्वे का हवाला दिया, जिसमें 65% लोगों ने तीसरी पार्टी के लिए समर्थन दिखाया। हालांकि, मस्क ने यह स्पष्ट नहीं किया कि उनकी पार्टी रिपब्लिकन पार्टी से नीतिगत रूप से कैसे अलग होगी।  

ट्रंप का पलटवार

ट्रंप ने मस्क की नई पार्टी को 'बकवास' और 'हास्यास्पद' करार दिया। 6 जुलाई 2025 को ट्रंप ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्रुथ सोशल पर मस्क को 'पटरी से उतरी ट्रेन' कहा और धमकी दी कि अगर इलेक्ट्रिक वाहनों की सब्सिडी बंद हुई, तो मस्क को "दुकान बंद करके दक्षिण अफ्रीका वापस जाना पड़ेगा।" ट्रंप ने यह भी आरोप लगाया कि मस्क ने NASA में अपने डेमोक्रेट दोस्त को नियुक्त करने की मांग की थी, जो स्पेसएक्स के हितों के लिए अनुचित थी। 

मस्क दक्षिण अफ्रीका में जन्मे हैं और 2002 में अमेरिकी नागरिक बने थे। वे राष्ट्रपति पद के लिए तो दावेदारी नहीं कर सकते, लेकिन उनकी नई पार्टी 2026 के मिडटर्म चुनावों में रिपब्लिकन सांसदों को प्राइमरी में चुनौती देने की योजना बना रही है।

अमेरिका का कर्ज

मस्क ने अमेरिका के बढ़ते कर्ज को अपनी पार्टी का केंद्रीय मुद्दा बनाया है। वर्तमान में अमेरिका का राष्ट्रीय कर्ज 35 ट्रिलियन डॉलर से अधिक है, जो देश के GDP का लगभग 130% है। यह स्तर अर्थशास्त्रियों के लिए चिंताजनक है, क्योंकि कर्ज चुकाने और ब्याज भुगतान की लागत अर्थव्यवस्था को कमजोर कर सकती है। मस्क ने इसे "कर्ज की गुलामी" कहा है और इसे अपनी पार्टी के लिए एक बड़ा राजनीतिक मुद्दा बनाया है।  

मस्क की विचारधारा 

एलन मस्क को तकनीकी नवाचार के लिए जाना जाता है। टेस्ला की इलेक्ट्रिक गाड़ियां, स्पेसएक्स का मंगल मिशन, न्यूरालिंक के ब्रेन-चिप्स, और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस जैसे क्षेत्रों में उनका योगदान उल्लेखनीय है। मस्क की विचारधारा मुक्त बाजार, कम कर, और न्यूनतम सरकारी हस्तक्षेप पर आधारित है, जो रिपब्लिकन पार्टी की नीतियों से मिलती-जुलती है। वे डेमोक्रेट्स की सामाजिक कल्याण नीतियों का समर्थन नहीं करते। उनकी नई पार्टी का फोकस तकनीकी नवाचार और आर्थिक स्वतंत्रता पर हो सकता है, लेकिन अभी तक स्पष्ट नीतियां सामने नहीं आई हैं।

तीसरी पार्टी की गुंजाइश?

अमेरिकी राजनीति लंबे समय से रिपब्लिकन और डेमोक्रेटिक पार्टियों के वर्चस्व में है। इलेक्टोरल कॉलेज सिस्टम, जिसमें 538 इलेक्टर्स होते हैं और 270 वोट जीतने वाला उम्मीदवार राष्ट्रपति बनता है, तीसरी पार्टी के लिए जीत को लगभग असंभव बनाता है। प्रत्येक राज्य में 'विजेता-सब कुछ लेता है' नियम के कारण, अगर कोई तीसरी पार्टी 20% लोकप्रिय वोट भी जीत ले, लेकिन किसी राज्य में बहुमत न पाए, तो उसे कोई इलेक्टोरल वोट नहीं मिलता।

तीसरी पार्टी के प्रयास

इतिहास में कुछ मौके आए जब तीसरी पार्टियों ने प्रभाव दिखाया, लेकिन सफलता सीमित रही:
  • रॉस पेरोट (1992): रिफॉर्म पार्टी के तहत 19% वोट हासिल किए, लेकिन कोई इलेक्टोरल वोट नहीं मिला।  
  • जॉर्ज वॉलेस (1968): अमेरिकन इंडिपेंडेंट पार्टी से 13.5% वोट और 46 इलेक्टोरल वोट जीते।  
  • राल्फ नेडर (2000): ग्रीन पार्टी से 2.7% वोट मिले, जिसने अल गोर की हार में भूमिका निभाई।
इसके अलावा, लिबरटेरियन पार्टी, ग्रीन पार्टी, कॉन्स्टिट्यूशन पार्टी, और सोशलिस्ट पार्टी जैसी छोटी पार्टियां भी मौजूद हैं, लेकिन इनका प्रभाव नगण्य रहा है।  

अमेरिकी राजनीति का इतिहास

अमेरिकी राजनीति की शुरुआत 1790 के दशक में फेडरलिस्ट (मजबूत केंद्र सरकार) और डेमोक्रेटिक-रिपब्लिकन (राज्य अधिकार) पार्टियों के साथ हुई थी। जॉर्ज वाशिंगटन सबसे पहले 1789 और फिर 1792 में सर्वसम्मति से राष्ट्रपति चुने गए थे। उन्होंने पार्टियों के नाम पर संघर्ष की आलोचना की थी। लेकिन 1796 के चुनाव में यह स्पष्ट हो गया कि सर्वसम्मत नेतृत्व अब संभव नहीं है।
  
रिपब्लिकन पार्टी की स्थापना 1854 में हुई थी और यह गुलामी विरोधी आंदोलन से उभरी थी। अब्राहम लिंकन इस पार्टी की ओर से चुने गये पहले राष्ट्रपति थे।  उन्होंने 1863 में गुलामी प्रथा को गैरकानूनी घोषित किया। दूसरी ओर, डेमोक्रेटिक पार्टी की स्थापना 1828 में थॉमस जेफरसन और एंड्रयू जैक्सन ने की थी, जो सामाजिक कल्याण और प्रगतिशील नीतियों की समर्थक है। 

चुनौतियां और संभावनाएं

मस्क के पास X प्लेटफॉर्म, अपार संपत्ति, और युवा समर्थन जैसे मजबूत संसाधन हैं। 40% अमेरिकी तीसरी पार्टी का समर्थन करते हैं, और फारवर्ड पार्टी के सहसंस्थापक एंड्रयू यांग ने मस्क के साथ सहयोग की इच्छा जताई है। लेकिन चुनौतियां भी कम नहीं हैं:  
  • इलेक्टोरल कॉलेज: यह सिस्टम तीसरी पार्टियों के लिए जीत को मुश्किल बनाता है।  
  • कानूनी बाधाएं: बैलट एक्सेस के लिए हस्ताक्षर जुटाना महंगा और जटिल है।  
  • संगठनात्मक कमी: मस्क की पार्टी में रिपब्लिकन और डेमोक्रेट्स जैसा नेटवर्क नहीं है।
लिबरटेरियन पार्टी ने मस्क को अपनी पार्टी में शामिल होने का न्योता दिया है, यह कहते हुए कि नई पार्टी बनाना गलती हो सकती है।  

बहरहाल, एलन मस्क की 'अमेरिका पार्टी' ने अमेरिकी राजनीति में एक नई बहस छेड़ दी है। उनके पास संसाधन और लोकप्रियता है, लेकिन अमेरिका की द्विदलीय व्यवस्था को तोड़ना आसान नहीं होगा। क्या मस्क का यह प्रयोग भविष्य में कोई नया रास्ता दिखाएगा, या यह महज एक असफल प्रयास बनकर रह जाएगा, यह आने वाला समय ही बताएगा।