क्या आपने यह दोहा कहीं सुना है या पढ़ा है?
राम नाम जपते, अत्रि मत गुसिआउ।
पंक में उगोहिमि अहि के छबि झाउ।।
अब यह मत कहिए कि शायद स्कूल-कॉलेज में पढ़ा था। जी नहीं, आपने स्कूल-कॉलेज में इसे नहीं पढ़ा था। पढ़ा होगा तो फ़ेसबुक या वॉट्सऐप पर। आपको बताया गया होगा कि गोस्वामी तुलसीदास जी के इस दोहे में भारत के 29 राज्यों के नाम का पहला अक्षर है और आप पढ़ कर चौंक गए होंगे यह सोच कर कि क्या अद्भुत और चमत्कारी संत थे तुलसीदास। उनको तभी से पता चल गया कि उनके जन्म के चार सौ साल बाद इस भारत के कितने राज्य होंगे और उनका नाम किस अक्षर से शुरू होगा।
हो सकता है, आपने इस खोज से चकित हो कर अपने यार-दोस्तों में इसे शेयर भी किया होगा जैसे कि मेरे एक साथी ने हाल में मेरे वॉट्सऐप ग्रूप में शेयर किया ताकि बाक़ी दोस्तों को भी इस चमत्कार का पता चल जाए। यदि आप उन बदकिस्मत लोगों में हैं जिनके पास अब तक यह मेसेज नहीं आया हो तो पहले वह मेसेज ठीक से देख लें।
तुलसीदास के दोहे में हैं 29 राज्यों के नाम का पहला अक्षर?
- असत्य
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- 29 Mar, 2025
सोशल मीडिया पर एक दोहा पिछले लंबे समय से शेयर हो रहा है जिसमें भारत के सभी 29 राज्यों के नाम का पहला अक्षर है। यह दोहा तुलसीदास का बताया जा रहा है। आइए, पता करते हैं कि क्या यह दोहा वास्तव में तुलसीदास ने लिखा था या फिर यह धर्म के नाम पर उल्लू बनाने और अफ़वाहें फैलाने वालों का हथकंडा है।
