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देश 2036 में ओलंपिक की मेजबानी करने को तैयार हैः पीएम मोदी 

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को कहा है कि देश 2030 में यूथ ओलंपिक और 2036 में ओलंपिक की मेजबानी करने को तैयार है। वे गोवा के जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम में राष्ट्रीय खेलों के उद्घाटन समारोह में बोल रहे थे।
 राष्ट्रीय खेलों के 37वें सीजन की शुरुआत 25 अक्टूबर को हो चुकी है लेकिन आधिकारिक तौर पर इसका उद्घाटन समारोह 26 अक्टूबर को किया गया। समारोह में पीएम ने कहा कि गोवा में खेलों की जो आधारभूत संरचना विकसित हुई है उससे नए खिलाड़ियों को तैयारी करने का मौका मिलेगा। 
उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय खेलों का आयोजन ऐसे समय में हो रहा है जब भारत सफलता की नई ऊचाइयां छू रहा है। जो 70 साल में नहीं हुआ, वह इस बार हमने एशियाई खेलों में होते हुए देखा। इस बार भारतीय एथलीट्स ने 100 से ज्यादा मेडल जीतकर सारे पिछले रिकॉर्ड तोड़ दिए। 
प्रधानमंत्री ने कहा कि राष्ट्रीय खेलों का आयोजन एक तरह से सभी नौजवान खिलाड़ियों के लिए एक मजबूत लॉन्च पैड है। उन्होंने खिलाड़ियों से कहा कि आपके सामने अवसर हैं, दम-खम के साथ आपको अपना श्रेष्ठ प्रदर्शन करना है।  

भारत ने तो अभाव में भी चैम्पियन पैदा किए हैं

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि 'भारत की गली-गली और कोने-कोने में प्रतिभाओं की कोई कमी नहीं है। भारत ने तो अभाव में भी चैम्पियन पैदा किए हैं। हमारा इतना बड़ा देश, फिर भी हम इंटरनेशनल स्पोर्ट्स इवेंट के मेडल टैली में बहुत पीछे रह जाते थे। 

इसलिए 2014 के बाद हमने देश की इस पीड़ा को राष्ट्रीय संकल्प से दूर करने का बीड़ा उठाया। सरकार ने 'खेलो इंडिया' से लेकर टारगेट ओलिंपिक पोडियम स्कीम लाकर देश में खिलाड़ियों को आगे बढ़ाने के लिए एक नया इकोसिस्टम बनाया है। 
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इस मौके पर पूर्व की सरकारों पर पीएम ने बोला हमला

इस मौके पर पीएम मोदी ने पूर्व की सरकारों पर भी हमला बोला। कहा कि पुरानी सरकार में खेलों के बजट को लेकर भी संकोच का भाव रहता था। तब सोचा जाता था कि खेल तो खेल है इस पर क्या ही खर्च करना। 
हमने खेलों पर खर्च बढ़ाया। इस साल खेलों पर खर्च 9 वर्ष पहले की तुलना में तीन गुना अधिक है। उद्घाटन समारोह में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि TOPS यानी टारगेट ओलिंपिक पोडियम स्कीम के तहत देश के शीर्ष खिलाड़ियों को दुनिया की श्रेष्ठ ट्रेनिंग दी जाती है। 
वहीं खेलो इंडिया योजना के तहत हमारे 3000 युवाओं की ट्रेनिंग चल रही है। इस योजना में हर खिलाड़ी को प्रति वर्ष 6 लाख रुपए से अधिक की स्कॉलरशिप दी जा रही है। इसका लाभ यह रहा कि इनमें से निकले करीब सवा सौ खिलाड़ियों ने एशियाड में हिस्सा लिया और 36 मेडल जीते हैं। 
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10 हजार से ज्यादा एथलीट ले रहे हिस्सा 

गोवा के पांच शहरों मापुसा, मडगांव, पणजी, पोंडा और वास्को में राष्ट्रीय खेलों का आयोजन किया जा रहा है। यह पहली बार हो रहा है कि गोवा राष्ट्रीय खेलों की मेजबानी कर रहा है। 
इस आयोजन के तहत गोवा में खेलों के 45 इवेंट्स होंगे, जबकि साइकिलिंग और गोल्फ के मुकाबले दिल्ली में होंगे। गोवा में आयोजित हो रहे राष्ट्रीय खेलों में 10,000 से ज्यादा एथलीट हिस्सा ले रहे हैं। 
इसमें राज्यों की टीमों के अलावा भारतीय सैन्य बलों की खेल टीमें और विभिन्न सरकारी सेवाओं की टीमें भी हिस्सा लेती हैं। गोवा में हो रहे इस आयोजन में इस वर्ष कई नए खेलों को जोड़ा गया है। इनमें बीच फुटबॉल, रोल बॉल, गोल्फ, कलियारापट्टू और पेंचक सिलाट, सेपकटकरा, स्क्वे मार्शल आर्ट को शामिल किया गया है। इस बार इसमें वॉलीबॉल को जगह नहीं मिली हैं।  

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क़मर वहीद नक़वी
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