चीफ जस्टिस ऑफ़ इंडिया (सीजेआई) डीवाई चंद्रचूड़ ने कहा है कि कॉलेजियम को लेकर हो रही आलोचना को सकारात्मक ढंग से लेना चाहिए और इसमें सुधार के प्रयास किए जाने चाहिए। जस्टिस चंद्रचूड़ ने बुधवार को भारत के 50वें सीजेआई के रूप में शपथ ली है। उन्हें महामहिम राष्ट्रपति द्रौपदी मूर्मू ने शपथ दिलाई।
कॉलेजियम की आलोचना को सकारात्मक ढंग से लें, सुधार हों: सीजेआई
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- 9 Nov, 2022
सुप्रीम कोर्ट की कॉलेजियम व्यवस्था को लेकर सवाल उठते रहे हैं। केंद्रीय कानून मंत्री किरण रिजिजू ने कहा था कि यह व्यवस्था पारदर्शी नहीं है और जवाबदेह भी नहीं है। कॉलेजियम व्यवस्था को लेकर देश के नए सीजेआई ने क्या कहा है?

सीजेआई चंद्रचूड़ कई संविधान पीठों और ऐतिहासिक फ़ैसलों का हिस्सा रहे हैं। उनके पिता वाईवी चंद्रचूड़ भारत में सबसे लंबे समय तक सीजेआई रहे थे। वह 22 फरवरी, 1978 से 11 जुलाई, 1985 तक इस पद पर रहे।
कौन हैं जस्टिस चंद्रचूड़?
सीजेआई डीवाई चंद्रचूड़ का पूरा नाम धनंजय यशवंत चंद्रचूड़ है। दिल्ली के सेंट कोलंबिया स्कूल से अपनी शुरुआती पढ़ाई करने के बाद जस्टिस चंद्रचूड़ ने दिल्ली के सेंट स्टीफन कॉलेज से इकनॉमिक्स और मैथमेटिक्स में ऑनर्स किया है। जस्टिस चंद्रचूड़ ने दिल्ली यूनिवर्सिटी से एलएलबी करने के बाद हावर्ड यूनिवर्सिटी से एलएलबी की डिग्री ली है। इसके साथ ही उन्होंने हावर्ड यूनिवर्सिटी से डॉक्टर ऑफ़ जूरिडिकल साइंसेज की पढ़ाई भी की है।