अब अरविंद केजरीवाल के निजी सचिव बिभव कुमार, आप के राज्यसभा सांसद और पार्टी के कोषाध्यक्ष एनडी गुप्ता के परिसरों की तलाशी ली गई। खुद अरविंद केजरीवाल को लगातार समन मिले हैं। उनकी पार्टी के नेता मनीष सिसोदिया और संजय सिंह जेल में हैं। हाल ही में झारखंड के तत्कालीन मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ईडी के निशाने पर रहे और उन्हें सीएम पद छोड़ना पड़ा। लालू यादव का परिवार भी निशाने पर है। अन्य विपक्षी दलों के नेता भी निशाने पर हैं। हाल ही में एक रिपोर्ट आई है जिसमें कहा गया है कि ईडी के 95 फ़ीसदी मामले विपक्षी दलों से जुड़े नेताओं के ख़िलाफ़ हैं। तो सवाल है कि ऐसा क्यों और चुनाव से ऐन पहले कार्रवाई में तेज़ी क्यों?
चुनाव से पहले ईडी की कार्रवाई क्यों? जानें कौन निशाने पर, विपक्ष ने क्या कहा
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- 6 Feb, 2024
लोकसभा चुनाव से ऐन पहले एक के बाद एक कई नेताओं के यहाँ ईडी की कार्रवाई तेज हो गई है। मंगलवार को आप नेताओं के यहाँ तलाशी ली गई। जानिए, विपक्षी दलों ने क्या आरोप लगाया और कौन-कौन नेता ईडी के निशाने पर हैं।

इस सवाल का जवाब मंगलवार को ईडी की कार्रवाई पर विपक्षी नेताओं की प्रतिक्रिया में भी मिल सकता है। कांग्रेस सांसद प्रमोद तिवारी ने एएनआई से कहा, 'चुनाव नजदीक हैं और पीएम मोदी की पार्टी हार रही है। ईडी, सीबीआई और आयकर विभाग उनके फ्रंटल संगठन के रूप में काम कर रहे हैं...। कांग्रेस डरेगी नहीं, हम लड़ेंगे।' कांग्रेस सांसद कार्ति चिदंबरम ने कहा, 'ईडी बहुत सक्रिय है और अब उन्हें अधिक लोगों की भर्ती के लिए भर्ती अभियान चलाना चाहिए ताकि वे चुनाव से पहले देश के हर एक विपक्षी नेता पर छापा मार सकें।'