कोवैक्सीन को विशेषज्ञों के जिस पैनल ने 'क्लिनिकल ट्रायल मोड' में आपात इस्तेमाल की मंजूरी दी थी उसने अब कहा है कि इस 'क्लिनिकल ट्रायल मोड' टैग को हटाया जा सकता है। इसने ड्रग्स कंट्रोलर जनरल ऑफ़ इंडिया यानी डीसीजीआई से सिफारिश की है और अब वही इस पर आख़िरी फ़ैसला लेगा। 'क्लिनिकल ट्रायल मोड' टैग हटाने का मतलब होगा कि अब उस वैक्सीन को लगवाने से पहले लोगों को सहमति वाले एक फ़ॉर्म पर दस्तख़त करने की ज़रूरत नहीं होगी।