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पॉजिटिव केस दो लाख के पार, आईसीएमार ने कहा- संक्रमण अभी भी शिखर पर नहीं

देश में कोरोना पॉजिटिव लोगों की संख्या दो लाख के पार हो गई है और दुनिया में भारत सातवें नंबर पर आ गया है, लेकिन अभी भी देश में संक्रमण शिखर पर नहीं पहुँचा है। यानी संक्रमण के मामले अभी काफ़ी ज़्यादा आएँगे और इसमें तेज़ी दिखनी शुरू हो गई है। इंडियन काउंसिल ऑफ़ मेडिकल रिसर्च यानी आईसीएमआर की वैज्ञानिक डॉ. निवेदिता गुप्ता ने मंगलवार को कहा है कि भारत अभी भी कोरोना संक्रमण के पीक यानी शिखर पर पहुँचने से काफ़ी दूर है। संक्रमण के शिखर पर पहुँचने का मतलब है कि जब तक हर रोज़ संक्रमित होने वालों की संख्या कम होना शुरू नहीं हो जाए तब तक यह पीक पर नहीं होगा। 

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फ़िलहाल हर रोज़ कोरोना संक्रमण के नये मामले बढ़ते जा रहे हैं और बुधवार को आई रिपोर्ट के अनुसार देश में 24 घंटे में 8909 मामले आए हैं। इसके साथ ही देश में संक्रमण के मामले बढ़कर 2,07,615 हो गए हैं। भारत में कुल संक्रमित लोगों में से 1,01,497 एक्टिव केस हैं जबकि 1,00,303 लोग ठीक हो चुके हैं। बीते 24 घंटों में कोरोना वायरस से 219 लोगों की मौत हुई है। इसके साथ ही मरने वालों की संख्या बढ़कर 5,815 हो गयी है।

आईसीएमआर का यह आकलन बिल्कुल उस बात को समर्थन करता है जिसमें नीति आयोग और एम्स ने भी पहले ही कहा है कि जून और जुलाई में देश को कोरोना संक्रमण सबसे ज़्यादा प्रभावित करेगा। 

यह कई राज्यों में दिखना भी शुरू हो गया है। हरियाणा में एक हफ़्ते में कोरोना के मामले क़रीब दोगुने हो चुके हैं और फ़िलहाल 2652 संक्रमण के मामले आ चुके हैं। त्रिपुरा में एक दिन में 100 से ज़्यादा मामले आए और वहाँ फ़िलहाल 468 मामले आए हैं। 

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प्रवासी मज़दूरों के वापस लौटने के बाद उत्तर प्रदेश, बिहार, ओडिशा, झारखंड जैसे राज्यों में संक्रमण के मामले तेज़ी से बढ़े हैं और कहा जा रहा है कि जून और जुलाई में इन राज्यों में स्थिति काफ़ी ख़राब हो सकती है। हालाँकि महाराष्ट्र में संक्रमण बढ़ता हुआ नहीं दिख रहा है। क़रीब हफ़्ते भर से ज़्यादा समय से हर रोज़ 2000 से 2500 नये मामले आ रहे थे लेकिन अब वहाँ स्थिति स्थिर होती दिख रही है। 24 घंटे में वहाँ क़रीब 2000 नये मामले आए हैं और अब संक्रमण के मामले 72300 हो गए हैं। 

हालाँकि 'द इंडियन एक्सप्रेस' की रिपोर्ट के अनुसार, डॉ. निवेदिता गुप्ता ने कहा है कि मामले अभी तेज़ी से बढ़ने की आशंका है लेकिन हमारे बचाव के उपाय बहुत प्रभावी रहे हैं। उन्होंने कहा कि हम अन्य देशों के मुक़ाबले बेहतर स्थिति में हैं।

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क़मर वहीद नक़वी
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