कृषि क़ानूनों के ख़िलाफ़ चल रहे किसान आन्दोलन पर ब्रिटिश संसद में हुई बहस का मामला तूल पकड़ता जा रहा है और इसका असर दोनों देशों के राजनयिक रिश्तों पर भी पड़ने लगा है। विदेश मंत्रालय ने मंगलवार को ब्रिटिश उच्चायुक्त को तलब किया और उनसे इस बहस पर विरोध जताया। विदेश मंत्रालय ने ब्रिटिश संसद में हुई बहस को भारत के 'आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप' और 'वोटबैंक राजनीति' क़रार दिया। लंदन स्थित भारतीय उच्चायुक्त ने इसके पहले ही बयान जारी कर विरोध प्रकट किया था।