लोकसभा में विपक्ष के नेता ने कहा, कांग्रेस चाहती है कि आदिवासियों, दलितों और पिछड़े वर्गों को निर्णय लेने में प्रतिनिधित्व मिले। भाजपा के नेताओं ने चुनाव अभियान में राहुल गांधी द्वारा प्रदर्शित "लाल किताब" को "शहरी नक्सलवाद" से जोड़ने की कोशिश की। यानी भाजपा का कहना है कि राहुल गांधी के विचार नक्सलवादियों से प्रभावित है, तभी वो लाल किताब दिखाते रहते हैं। कई दलित संगठनों ने भाजपा द्वारा संविधान को लाल किताब बताने पर आपत्ति जताई है।
उन्होंने जाति जनगणना की मांग दोहराते हुए कहा कि इससे महाराष्ट्र में आदिवासियों, दलितों और पिछड़े वर्गों की संख्या और संसाधनों में उनकी हिस्सेदारी का पता लगाने में मदद मिलेगी। राहुल गांधी ने दावा किया कि वर्तमान में आठ प्रतिशत आदिवासी आबादी में से निर्णय लेने में उनकी हिस्सेदारी केवल एक प्रतिशत है। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि महाराष्ट्र से पांच लाख नौकरियां छीन ली गई हैं क्योंकि विभिन्न बड़ी परियोजनाओं को दूसरे राज्यों में ट्रांसफर कर दिया गया है।