याचिका में कहा गया कि वांगचुक ने एबीएल को कोई प्रदर्शन भड़काने के लिए नहीं उकसाया। दोनों संगठनों ने मई 2025 की बैठक के बाद बातचीत न होने पर आंदोलन तेज करने की सार्वजनिक घोषणा की थी। अगस्त 2025 में कारगिल में तीन दिन की संयुक्त भूख हड़ताल भी हो चुकी थी, जब वांगचुक कोई पद पर नहीं थे।