सुप्रीम कोर्ट ने अपनी नयी हैंडबुक में अदालती फैसलों में अनजाने में रूढ़िवादी शब्दों का उपयोग करके लैंगिक पूर्वाग्रहों को बढ़ावा देने को लेकर आगाह किया है। इसके साथ ही इसने कहा है कि इस तरह के पूर्वाग्रहों से बचना चाहिए और इसके प्रति न्यायाधीशों को संवेदनशील होना चाहिए। प्रोस्टिट्यूट, हूकर, होर, कीप, मिस्ट्रेस, स्लट जैसे 40 शब्दों को लैंगिक पूर्वाग्रह वाला क़रार दिया गया है और उनकी जगह नये शब्द इस्तेमाल किए जाने की सलाह दी गई है।