मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान में बड़ी जीत दर्ज करने के बाद भी आख़िर बीजेपी को सीएम पद के लिए मशक्कत क्यों करनी पड़ रही है? क्या शिवराज सिंह, रमन सिंह और वसुंधरा की जगह नये चेहरे आएँगे?
मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ के चुनावों में कांग्रेस के ख़राब प्रदर्शन की बड़ी वजहें क्या हैं? जानिए, पार्टी से कहाँ चूक हुई।
देश की बहुसंख्यक आबादी के भविष्य को सँवारने वाली योजनाएँ, नाउम्मीदी कैसे जगा सकती हैं या प्रतिगामी विचार कैसे हैं?
मध्यप्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़ और तेलंगाना में चुनावी नतीजों का क्या संदेश है? जानिए, कांग्रेस के लिए इसके क्या मायने हैं और बीजेपी के लिए क्या।
चार राज्यों के चुनाव नतीजे जब रविवार को अभी आ ही रहे थे तो आम आदमी पार्टी ने उसी दौरान उत्तर भारत की सबसे बड़ी पार्टी का दावा पेश कर दिया। पार्टी के पदाधिकारी ने ट्वीट करके यह बात कही। लेकिन आप ने यह नहीं बताया कि हिन्दी बेल्ट के जिन चार राज्यों में उसके 205 प्रत्याशी उतरे थे, उनका क्या हाल रहा। सत्य हिन्दी पर जानिए कि उनका क्या हाल रहाः
चार राज्यों में चुनावी नतीजों के बाद राहुल गाँधी ने यह ज़रूर कहा है कि विचारधारात्मक संघर्ष जारी रहेगा लेकिन क्या कॉंग्रेस पार्टी इसका पूरा मतलब समझती है और उसमें यक़ीन करती है?
जानिए, रविवार को मतगणना में चार में से तीन राज्यों में बीजेपी के शानदार प्रदर्शन के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने इस जीत का श्रेय किसको दिया और क्या कहा।
राजस्थान, एमपी, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और तेलंगाना के विधानसभा चुनावों के वोटों की गिनती जारी है। जानिए, किस राज्य में कौन सी पार्टी जीत रही है।
राजस्थान, मध्य प्रदेश सहित पाँच राज्यों में एग्ज़िट पोल के सर्वे आ गए हैं। इनमें से दो राज्यों में बीजेपी तो दो राज्यों में कांग्रेस को बढ़त मिलते दिख रहा है। सवाल है कि आख़िर ये एग्ज़िट पोल कितने सही हैं?
विधानसभा चुनाव प्रचार के दौरान प्रधानमंत्री के भाषणों से क्या संदेश जाता है? जनता से जुड़े मुद्दों पर संवाद के ज़रिए पार्टी को जीत हासिल कराने की कोशिश या पराजय को किसी भी क़ीमत पर स्वीकार नहीं करने का भाव?
प्रधानमंत्री मोदी और राहुल गांधी, दोनों को उनकी ही पार्टियों के तपे-तपाए नेताओं ने लोकसभा चुनावों के पहले से तेवर दिखाना शुरू कर दिया है। तो क्या विधानसभा चुनाव में इसका खामियाजा उन्हें भुगतना पड़ेगा?
पहाड़ों पर बर्फ है और मैदानों में चुनावी गर्मी। राजनीतिक दल इस चुनावी गर्मी से कैसे निपट रहे हैं? जानिए, आख़िर क्यों उम्मीदवार भी तय नहीं कर पाए हैं।
पाँच राज्यों में विधानसभा चुनावों में राजनीतिक दलों की स्थिति कैसी है? आख़िर ये दल मुख्यमंत्री के चेहरे की घोषणा क्यों नहीं कर पा रहे हैं?
भाजपा प्रत्याशियों की हर नई सूची बगावत की ख़बर लेकर आती है। लेकिन भाजपा की बगावत क्या संगठित रूप में आता है? जानिए, आख़िर क्यों पार्टी में विभाजन कोई ख़तरा नहीं।
मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में मायावती की बीएसपी आख़िर कैसा प्रदर्शन कर पाएगी? क्या गोंडवाना गणतंत्र पार्टी यानी जीजीपी के साथ गठबंधन कर मायावती नये समीकरण का प्रयोग कर रही हैं?
आगामी विधानसभा और लोकसभा चुनावों के लिए बीजेपी और प्रधानमंत्री मोदी की रणनीति क्या है? जानिए, आख़िर क्या उसके मायने निकाले जा सकते हैं।
चुनाव वाले राज्यों में राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति के दौरे क्यों आयोजित किए जा रहे हैं? जानिए, आख़िर अशोक गहलोत ने क्यों आपत्ति जताई और उस पर उपराष्ट्रपति की कैसी प्रतिक्रिया रही।
कर्नाटक में अगले कुछ महीनों में होने वाले विधानसभा चुनाव की बिसात बिछने लगी है। मतदाताओं को लुभाने के लिए हर दल घोषणाएं पर घोषणाएं किये जा रहा है।