छ्त्तीसगढ़ में ईडी की कार्रवाई के बाद भूपेश बघेल ने कहा कि भाजपा ने चुनाव लड़ने के लिए ईडी और आईटी को उतार दिया है। लेकिन वे जान लें, इस बार उनको 10 सीटें भी नहीं मिलेंगी।आज की जनादेश चर्चा
छत्तीसगढ़ में चुनाव से पहले प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के छापों पर विवाद बढ़ रहा है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के राजनीतिक सलाहकार विनोद वर्मा ने गुरुवार को कहा- मेरे घर पर ईडी ने डकैती डाली है।
छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनावों के लिये C Voter - ABP News का सर्वे । किसको मिलेगी कितनी सीटें और कौन बनायेगा सरकार ? क्या होगा उलटफेर ? क्या फिर बन पायेंगे भूपेश बघेल मुख्यमंत्री ? आशुतोष ने C-Voter के यशवंत देशमुख से बात की ।
Satya Hindi news Bulletin हिंदी समाचार बुलेटिन । सर्वे ने बताया कि छत्तीसगढ़ में किसकी बनेगी सरकार, सबसे लोकप्रिय CM कौन? । केजरीवाल ने MP में कहा- मामा को भूल जाओ, चाचा आ गया है
छत्तीसगढ़ में भाजपा को सोमवार को बड़ा झटका लगा। पूर्व सांसद और जाने-माने आदिवासी नेता नंद कुमार साय आज कांग्रेस में शामिल हो गए। राज्य के सीएम भूपेश बघेल ने उनका स्वागत किया।
छत्तीसगढ़ नक्सलियों से प्रभावित क्षेत्र माना जाता है। वहां छोटे मोटे हमले तो हमेशा से ही होते रहे हैं। लेकिन इतने बड़े पैमाने पर हमला काफी समय बाद हुआ है, जिसमें 11 लोग मारे गये हैं।
राजस्थान के बाद क्या अब छत्तीसगढ़ कांग्रेस में भी राजनीतिक सरगर्मियाँ शुरू हो सकती हैं? जानिए राज्य के स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने क्या बयान दिया है।
भूपेश बघेल ने लिखा कि 2011 के बाद से जनगणना नहीं हुई है जिसके कारण तमाम सरकारी योजनाओं के लाभार्थियों के चयन में मुश्किलें आ रही हैं। इस दौरान कई नए लाभार्थी जुड़े हैं लेकिन सटीक विवरण न होने के कारण उनको योजनाओं का लाभ नहीं मिल रहा है।
छापों का यह मोदी युग है। छापों के दम पर विपक्ष की आवाज को दबाने का यह खेल नौ वर्षों से खेला जा रहा है। बीएसपी प्रमुख मायावती का उदाहरण सामने है। आज बीएसपी कहां है। अगर विपक्ष ने धारदार तरीके से मोदी युग के छापों का विरोध नहीं किया तो उसे इसकी कीमत चुकाना पड़ेगी।
छत्तीसगढ़ में ईडी छापों की टाइमिंग बहुत खास है। राज्य में कांग्रेस पार्टी का पूर्ण सत्र और विधानसभा चुनाव जल्द होने वाले हैं। ऐसे में ईडी ने कांग्रेस नेताओं के आवास और दफ्तरों पर ठिकाने मारना शुरू कर दिया है। हालांकि वित्त मंत्री इन छापों के बचाव में उतर आई हैं।
छत्तीसगढ़ मॉडल की चर्चा हिमाचल के चुनाव में हुई जहां का नतीजा सामने है .भूपेश बघेल सरकार के चार साल कल पूरे होने जा रहें हैं जिन्होंने छतीसगढ़ मॉडल को बनाया है और भाजपा यहां हार जा रही है .आज की जनादेश चर्चा .
विधेयकों के मुताबिक, राज्य के आदिवासी समुदाय को 32 फीसद जबकि ओबीसी को 27 फीसद, दलित समुदाय को 13 फीसद और आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों को नौकरियों और शिक्षण संस्थानों में दाखिले में 4 फीसद आरक्षण मिलेगा।
ईडी ने एक घोटाले के सिलसिले में मनी लॉन्ड्रिंग रोकथाम अधिनियम 2002 के तहत छत्तीसगढ़ में एक शीर्ष अधिकारी के ख़िलाफ़ कार्रवाई की है। जानिए क्या है मामला।