बॉलीवुड फिल्म द क्रिएटर-सजृनहार कल शुक्रवार को रिलीज हो रही है। गुरुवार को हिन्दू संगठनों ने इसके विरोध में प्रदर्शन किया और कहा कि फिल्म लव जिहाद को बढ़ावा देती है। क्या है पूरा विवाद, जानिएः
भारत में सिनेमा उद्योग बहुत बड़ा है, लेकिन केवल मुंबई से चलने वाले वॉलिबुड को ही पूरे सिनेमा उद्योग का प्रतिनिधि मान लिया जाता है। जबकि हर भाषा का अपना एक सिनेमा उद्योग है। सोमवार को मिले ऑस्कर का बॉलिवुड से कोई लेना देना नहीं है।
बॉलीवुड में 9 मार्च की सुबह अच्छी खबर लेकर नहीं आई। सतीश कौशिक के अचानक निधन से पूरा बॉलीवुड आज गुरुवार को शोकाकुल है। उन्हें हार्ट अटैक का दौरा पड़ा और अस्पताल ले जाते समय रास्ते में ही इस अभिनेता की मौत हो गई।
हिन्दी सिनेमा का जाना-माना नाम कल रविवार को हमसे बिछड़ गया। शरद दत्त का जाना सिनेमाई पत्रकारिता के एक स्तंभ का जाना है। पत्रकार अमरीक ने शरद दत्त की जिन्दगी के अनछुए पहलुओं को देखने की कोशिश की है।
मौके पर पहुंची पुलिस ने दरवाजा तोड़ा और उन्हें उनके अपार्टमेंट में मृत पाया गया। कुछ साल पहले वाणी जयराम के पति की भी मौत हो गई थी उसके बाद से वह चेन्नई के अपने अपार्टमेंट में अकेली रहती थीं।
फिल्म गांधी गोडसेः एक युद्ध फिल्म पर बहस जारी है। इसके लेखक असगर वजाहत ने इस पर अपनी सफाई पेश की है। उन्होंने लिखा है कि लोग पहले फिल्म देखें, फिर टिप्पणी करें। सोशल मीडिया पर इस फिल्म की धज्जियां उड़ रही हैं।
इरफान खान का आज जन्मदिन है। बॉलीवुड से लेकर हॉलिवुड तक उनको याद किया जा रहा है कि आज इरफान होते तो अपना 55वां जन्मदिन मना रहे होते। जाने-माने फिल्म पत्रकार अजय ब्रह्मात्मज ने इरफान पर एक किताब लिखी है, ढेरों इंटरव्यू किए हैं। उसी पर आधारित है यह लेखः
'लाल सिंह चड्ढा' : फिल्म बहिष्कार का ट्रेंड क्यों? हर चीज़ को करने से पहले एक वर्ग से अनुमति ज़रूरी? सहिष्णुता दिखाने के लिए असहिष्णुता का सहारा क्यों लिया जा रहा? वरिष्ठ पत्रकार मुकेश कुमार के साथ इसी मुद्दे पर चर्चा
फिल्म अभिनेता सोनू सूद की चैरिटी के किस्से किसी के लिए भी प्रेरणादायक हो सकते हैं। अभी उन्होंने 50 लीवर प्लांट के लिए कैसे हल तलाशा वो बेमिसाल है। सचमुच सोनू सूद बेमिसाल है।
बॉलीवुड एक्ट्रेस सोनम कपूर ने हिजाब का समर्थन किया है। उनका कहा है कि जब हमें शिक्षण संस्थाओं में पगड़ी स्वीकार है तो हिजाब क्यों नहीं। सोनम के इस बयान का सरकार समर्थित मीडिया गलत मतलब निकालकर गलत प्रचार कर रहा है। सरकार समर्थित मीडिया कह रहा है कि सोनम ने पगड़ी और हिजाब की तुलना कर दी, जबकि सोनम ने किसी भी तरह की तुलना नहीं की है।
पाकिस्तान के पूर्व विदेश मंत्री खुर्शीद कसूरी ने अपनी किताब ‘नीदर ए हॉक नार ए डव’ में लिखा है कि कारगिल जंग के वक्त वाजपेयी ने फ़िल्म अभिनेता दिलीप कुमार की भी नवाज़ शरीफ़ से फोन पर बात करवाई थी।
अदाकारी के अजीमुश्शान बादशाह दिलीप कुमार अब इस दुनिया में नहीं रहे। दुनिया भर में फैले अपने लाखों-लाख चाहने वालों को उन्होंने 7 जुलाई को अपना आखिरी अलविदा कह दिया।