बीते 24 घंटों में कोरोना संक्रमण के 2,76,110 मामले दर्ज किए गए जबकि 3,874 लोगों की मौत हुई।
जिस 'कोविड टूलकिट' को कांग्रेस का बताया जा रहा है और जिसे केंद्र सरकार के मंत्रियों से लेकर बीजेपी के बड़े-बड़े नेताओं ने शेयर किया था उस 'कोविड टूलकिट' को एआईसीसी के जाली लेटरहेड पर बनाया गया था।
विशेषज्ञों के पैनल द्वारा सिफारिश किए जाने के बाद अब सरकार ने आज कहा है कि कोरोना संक्रमण से ठीक होने के तीन महीने बाद कोरोना वैक्सीन लगाई जा सकती है।
कोरोना वायरस के एक किस्म को 'सिंगापुर वैरिएंट' कहने पर भारी विवाद खड़ा हो गया। जहां सिंगापुर सरकार ने इस पर चिंता जताई है, विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने कहा है कि दिल्ली के मुख्यमंत्री भारत सरकार का प्रतिनिधित्व नहीं करते।
देश में मंगलवार को 24 घंटे में रिकॉर्ड 4529 मौतें हुईं। कोरोना पॉजिटिव केस जब लगातार कम हो रहे हैं तो मौत के मामले क्यों बढ़ते जा रहे हैं? क्या कोरोना संक्रमित में मृत्यु दर बढ़ गई है?
सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी और केंद्र सरकार के लोगों को भले ही यह लगे कि सब कुछ चंगा है, पर सच यह है कि इसे कोरोना से राजनीतिक नुक़सान हो रहा है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लोकप्रियता कम हो रही है।
कुछ दिन पहले ही ऑक्सीजन की कमी की बात कह कर सरकार की परोक्ष आलोचना करने और इस वजह से सुर्खियों में आने वाले केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी एक बार फिर चर्चा में हैं।
कोरोना संक्रमण के जहाँ हर रोज़ 4 लाख केस आने लगे थे वे अब क़रीब ढाई लाख ही आ रहे हैं। संक्रमण के मामले कम हुए तो क्या दूसरी लहर उतार पर है? क्या यह अपने शिखर पर पहुँच चुका है?
देश में लगातार दूसरे दिन कोरोना संक्रमण के कारण रिकॉर्ड मौतें दर्ज की गईं। सोमवार को यह आंकड़ा 4,329 था जबकि बीते 24 घंटों में यह आंकड़ा 4,529 रहा।
क्या बीजेपी कोरोना के मुद्दे पर कांग्रेस को घेरना चाहती है और यह प्रचारित करना चाहती है कि कांग्रेस ने कुंभ को 'सुपर स्प्रेडर' कह कर समाज को बाँटने की कोशिश की है?
दिल्ली सरकार ने कोरोना की मार झेलने वाले दिल्लीवासियों के लिए बड़े राहत पैकेज की घोषणा की है। कोरोना की वजह से मौत होने के मामले में बेसहारा हुए बच्चों को दिल्ली सरकार हर महीने 2500 रुपये देगी और उनकी पढ़ाई का ख़र्च वहन करेगी।
गाँवों में एकाएक मौत के मामले बढ़ गए हैं। गंगा में सैकड़ों लाशें तैरती मिल रही हैं। हज़ारों लाशों को गंगा किनारे रेत में दफ़न करने की ख़बरें हैं। हर गाँवों में लोग बीमार हैं। तो क्या कोरोना ने शहरों को तबाह करने के बाद अब गाँवों में कहर ढा रहा है?
कोरोना से संक्रमित मरीज़ों को ठीक होने के बाद अब तक दो हफ़्ते में वैक्सीन लगाई जा रही है, लेकिन सरकार के विशेषज्ञों के पैनल ने इसे अब 3-9 महीने में लगाए जाने की सिफ़ारिश की है।
बीते 24 घंटों में भारत में कोरोना संक्रमण से रिकॉर्ड मौतें हुई हैं। यह आंकड़ा 4,329 रहा जबकि संक्रमण के मामलों में कुछ कमी आई और 2,63,533 मामले सामने आए।
उत्तर प्रदेश में अप्रैल-मई में 46 दिन के भीतर 8,735 लोगों की जानें गई हैं। इनमें 1621 शिक्षक हैं। इसका मतलब यह है कि उत्तर प्रदेश में बीते डेढ़ महीने में कोरोना से मरने वाला हर पाँचवाँ-छठा व्यक्ति कोई न कोई शिक्षक है। ऐसा क्यों?
सरकार यह बात मानने के लिए कतई तैयार नहीं है कि वह इस महामारी से निपटने में लगातार अक्षम साबित हुई है।
दिल्ली में सोमवार को एक दिन में कोरोना संक्रमण के 5 हज़ार से भी कम मामले सामने आए हैं। दिल्ली सरकार की रिपोर्ट के अनुसार 24 घंटे में 4524 पॉजिटिव केस आए। 5 अप्रैल के बाद यह सबसे कम केस है।
कोरोना वैक्सीन नीति पर प्रधानमंत्री मोदी की आलोचना वाले पोस्टर का मामला अब सुप्रीम कोर्ट में पहुँच गया है। इन पोस्टरों को चिपकाने वालों के ख़िलाफ़ दर्ज की गई दिल्ली पुलिस की एफ़आईआर को रद्द करने के लिए सुप्रीम कोर्ट में याचिका लगाई गई है।
बीते 24 घंटों में कोरोना संक्रमण के नए मामलों में कुछ कमी आई लेकिन मौतों का आंकड़ा बढ़ गया है।
मशहूर वायरोलॉजिस्ट शाहिद जमील ने जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए बने विशेषज्ञों की समिति से इस्तीफ़ा दे दिया है। वे कोरोना से लड़ने के तौर-तरीकों और इसके वैज्ञानिक पहलुओं पर सरकार की आलोचना कई बार कर चुके हैं।
भारत में कोरोना महामारी की दूसरी लहर शुरू होने के बाद से अब तक केंद्रीय कैबिनेट की पांच बैठक हो चुकी हैं लेकिन इनमें इस महामारी को लेकर एक भी फ़ैसला नहीं लिया गया।
हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर एक अस्पताल का उद्घाटन करने हिसार गए तो वहाँ किसानों ने उनका ज़बरदस्त विरोध किया। पुलिस और किसानों के बीच झड़प में कम से कम 20 लोग घायल हो गए।
दिल्ली पुलिस की इस हरकत के बाद केंद्र सरकार को चुनौती देते हुए कांग्रेस नेता राहुल गांधी और महासचिव प्रियंका गांधी ने ट्वीट किया है और उसमें उसी पोस्टर को अटैच कर कहा है कि पुलिस उन्हें भी गिरफ़्तार करे।
राजधानी दिल्ली में एक और हफ़्ते के लिए लॉकडाउन बढ़ा दिया गया है। इसके तहत अब पाबंदियाँ 24 मई तक जारी रहेंगी। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने इसकी घोषणा की।
चारों तरफ़ निराशा के इस माहौल में जब देश के सुप्रीम कोर्ट ने मुंबई महानगरपालिका के काम की तारीफ़ करते हुए ‘मुंबई मॉडल’ की बात की तो यह सवाल उठने लगा कि क्या सही प्रबंधन से कोरोना को नियंत्रित किया जा सकता है या हराया जा सकता है?
देश भर में कोरोना टीके की कमी के बीच जम्मू कश्मीर के श्रीनगर में शनिवार को एक भी वैक्सीन नहीं लग पाई। घाटी के 1.4 करोड़ की आबादी वाले 10 ज़िलों में भी सिर्फ़ 504 लोगों को शनिवार को टीके लगाए जा सके।